क्रिकेट के मैदान में खिलाड़ियों के साथ साथ एक शख्स ऐसा होता है, जो भी गेम का अहम हिस्सा होता है, बीसीसीआई अंपायर्स के पैनल में शामिल होने के बाद अंपायर्स को अच्छा पैसा मिलना शुरू हो जाता है. खिलाड़ियों की तरह अंपायर्स की भी कई ग्रेड होती है

खेल संवाददाता

क्रिकेट के मैदान में खिलाड़ियों के साथ साथ एक शख्स ऐसा होता है, जो भी गेम का अहम हिस्सा होता है और वो अंपायर. अंपायर के बिना क्रिकेट का कोई भी मैच पूरा नहीं हो सकता है, क्योंकि अंपायर के आदेश से मैच शुरू होता है और अंपायर की सहमति से ही खेल खेला जाता है. आपने देखा होगा कि कई ओवर्स के मैच में अंपायर एक ही जगह खड़े रहते हैं और उन्हें हर बॉल पर गहरी नज़र रखनी पड़ती है.

अंपायर की छोटी सी चूक से मैच पूरी तरह पलट सकता है. अंपायर के डिसिजन हर टीम के लिए काफी अहम होते हैं, लेकिन कभी आपने सोचा है कि आखिर ये अंपायर कैसे बनते हैं. इनके लिए कोई पढ़ाई या परीक्षा होती है या नहीं, आखिर किस तरह से अंपायर का चयन किया जाता है. आज हम आपको इन सवालों का जवाब दे रहे हैं और बता रहे हैं कि अंपायर को इतनी देर तक एक जगह खड़े रहने के लिए कितने रुपये मिलते हैं…

अंपायर बनने के लिए कोई सख्त कानून नहीं है. बस, अंपायर बनने के लिए पारखी नज़र के साथ क्रिकेट के 42 नियमों को जानना आवश्यक है. ये जरूरी नहीं है कि वो ही व्यक्ति अंपायर बन सकता है, जिसने क्रिकेट खेला हो. हालांकि, जिन लोगों ने क्रिकेट खेला है और अंपायर बनना चाहते हैं, उनके लिए राह थोड़ी आसान होती है. साथ ही उन्हें डिसिजन को लेकर ज्यादा दिक्कतें नहीं होती हैं.

कैसे बनते हैं अंपायर?

अंपायर के लिए राज्य स्तरीय स्पोर्ट बॉडियों द्वारा समय-समय पर प्रयोगात्मक और लिखित परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं. अंपयार बनने के इच्छुक प्रतिभागियों को इन परीक्षाओं में हिस्सा लेना होता है, इसमें भी अगर आपने छोटे स्तर पर अंपायरिंग की होती है तो आपके लिए राह आसान हो जाती है. इन परीक्षाओं में पास होने के बाद बीसीसीआई के द्वारा आयोजित की जाने वाली अंपायरिंग परीक्षा में बैठने के लिए योग्य माना जाता है.

इसके बाद बीसीसीआई समय समय पर अंपायरों का चयन करती है और पैनल के लिए चुना जाता है. अगर कोई व्यक्ति बीसीसीआई के सेलेक्शन प्रोसेस में पास हो जाता है तो उसे नेशनल और इंटरनेशनल मैच में अंपायरिंग करने का मौका मिल जाता है. इन मैचों के अलावा अंपायर कई अन्य टूर्नामेंट में भी अंपायरिंग करते रहते हैं, जिससे भी वो अच्छा पैसा कमा लेते हैं.

कितनी मिलती है फीस?

बीसीसीआई अंपायर्स के पैनल में शामिल होने के बाद अंपायर्स को अच्छा पैसा मिलना शुरू हो जाता है. खिलाड़ियों की तरह अंपायर्स की भी कई ग्रेड होती है और इन ग्रेड के आधार पर उन्हें मैच और फीस मिलती है. वैसे वन-डे और टेस्ट मैच में अंपायरों की सैलरी टूर्नामेंट आदि पर भी निर्भर करती है. रिपोर्ट्स के अनुसार, अंपायर्स को साल के 35 हजार से 45 हजार डॉलर यानी करीब 30 लाख रुपये तक फीस मिलती है और इसके अलावा उन्हें हर मैच के आधार पर भी फीस मिलती है. बताया जाता है कि अंपायर को एक वन-डे मैच के लिए 2200 डॉलर यानी डेढ़ लाख रुपये और टी-20 के लिए 1000 डॉलर यानी 70 हजार रुपये तक मिलते हैं. बता दें कि ये आंकड़ें मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित हैं और इनकी आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है.

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