VS chauhan KI REPORT
आज की जीवनशैली और खराब खानपान के कारण हाई ब्लड प्रेशर की समस्या बहुत आम हो गई है। यह एक बहुत ही घातक समस्या होती है जो वक्त के हार्ट फेल्योर, दिल का अटैक जैसी कई गंभार समस्याओं की वजह बन जाती है। उच्च रक्तचाप के मरीज की कोशिकाओं में खून का दबाव बढ़ता जाता है। जिसके कारण उसका दिल काम करना बिल्कुल बंद कर देता है, तो आइए जानते हैं इससे बचने के लिए आपको कौन से समय इसकी दवाई खानी चाहिए-
इन रोगों का खतरा बढ़ सकता है हाई ब्लड प्रेशर से आंखों की रोशनी कम होना
हाई ब्लड प्रेशर के करण किसी भी इंसान को आंखों में समस्या पैदा हो सकती है। इससे आपके आंखों की रोशनी कम होने की संभावना बढ़ सकती है। ऐसे में आपको धुंधला दिखाई देने की समस्या हो सकती है।
गुर्दे में समस्या पैदा होना
आपके शरीर से जहरीले पदार्थों को बाहर निकालने का काम आपका गुर्दे करता हैं। हाई ब्लड प्रेशर के कारण आपकी किडनी की खून की कोशिकाएं मोटी हो सकती है। जिसके कारण किडनी का काम बाधित हो जाता है और वो अपना कार्य सही तरीके से नहीं कर पाती हैं। जिससे ब्लड जहरीले पदार्थ में जमाने लगता है।
दिल के दौरे का खतरा
उच्च रक्त चाप का सबसे ज्यादा और बुरा प्रभाव आपके दिल की सेहत पर ही पड़ता है। जब आपके दिल को मोटी और टाइट हो चुकी ब्लड कोशिकाओं की वजह से पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है तो इससे आपके सीने में दर्द होने लगता है। जिससे आपको हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा बढ़ाएं
आयुर्वेद में हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए सबसे अच्छी दवा हैं दालचीनी, इसका प्रयोग मसाले के रूप में भी किया जाता हैं. दालचीनी केवल इंसान को दिल की बीमारियों से ही नहीं बल्कि डायबटीज से भी बचाता हैं. इसके प्रयोग से शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा बढ़ जाती हैंइसके अलावा लहसुन की दो या तीन कलियों को सुबह खाली पेट पानी के साथ चबाकर खाना चाहिए. चबाने में दिक्कत हो तो लहसुन के रस की 5-6 बूंद 20 मिली पानी में मिलाकर ले सकते हैं.
डॉक्टर की सलाह के बाद बीपी ऐट 5mg/50mg टैबलेट को दिन के किसी भी समय, खाली पेट ले सकते हैं, लेकिन इसे हर दिन एक नियत समय पर लेना अच्छा रहता है. डॉक्टर इसे जब तक लेने की सलाह देते हैं, तब तक इसे लेते रहें.