वीएस चौहान की रिपोर्ट
व्हिस्की का जिक्र पहली बार स्कॉटलैंड में 15वीं शताब्दी में हुआ था. आज भी स्कॉटिश व्हिस्की को सबसे अच्छा माना जाता है.
शराब का अमीर आदमी पीता है तो अंदाज बन जाती है यही शराब गरीब आदमी पिए तो बुरी आदत बन जाती है अमीरों की महफिल में लोग पीते हैं तो महफिल में भी वहां की शान बन जाती है यदि सड़क पर कोई व्यक्ति पीता है भी है बदनमा दाग बन जाती है
किसी शायर ने क्या खूब लिखा है. आपके वास्ते गुनाह सही, हम पिएं तो सवाब बनती है. सौ गमों को निचोड़ने के बाद एक कतरा शराब बनती है. तो क्या वाकई गमों से ही शराब बनती है? उर्दू शायरी में शायरों ने शराब को बेहद ऊंची जगह दी है. मगर ये और बात है कि दुनिया की एक आबादी शराब को निषेध मानती है.
हमारे देश में भी शराब नहीं पीने की वकालत करने वाले लाखों लोग हैं. उनके भी कुछ अपने तर्क हैं. मगर सच यह भी है इस देश की सरकारों का खजाना इसी शराब की राजस्व से भरता है. अधिकता तो हर चीज की बुरी होती है ऐसे ही शराब के संबंध में है अगर आप खाने से ज्यादा शराब पिएंगे तो आपको नुकसान पहुंचाएगी और कभी कभी तो आप इंजॉय करेंगे इस पर लोगों के अपने अपने तर्क होते हैं कुछ लोग धर्म और मजहब से जोड़ देते हैं कुछ इसे धर्म मजहब से अलग मानते हैं कुछ भी हो सभी राज्यों में राजस्व सबसे ज्यादा शराब के कारोबार से ही आता है
शराब को देखने का सभी का अपना-अपना नजरिया है. खैर, हम यहां बात करने आए हैं शराब की एक प्रकार व्हिस्की पर. व्हिस्की बाकी शराबों से क्यों अलग होती और ये बनती कैसे है. आइए जान लेते हैं.
कई प्रकार की शराब
अलग-अलग तरह की शराब है. रम, व्हिस्की, महुआ, ब्रांडी, जीन, बियर जैसे इस फेहरिस्त में तमाम नाम हैं. इन सभी में नशा लाने के लिए इस्तेमाल होने वाली अल्कोहल की क्षमता अलग-अलग होती है. आज व्हिस्की पर है. व्हिस्की प्रेमी तो कहते हैं कि ‘वर्ल्ड विदाउट व्हिस्की इज नॉट यूज’. मतलब ये कि बिना व्हिस्की के दुनिया का कोई मतलब ही नहीं हैं. इस फेहरिस्त में शैंपेन और रेड वाइन का नाम भी आता है. जबकि दोनों को फलों के प्रयोग से बनाया जाता है .अधिकतर लोग उसको जश्न के मौके पर उपयोग करते हैं. वैसे तो व्हिस्की शराब आदि को जश्न के मौके पर उपयोग करते हैं मगर कुछ लोग रोज में भी इसको प्रयोग करते हैं.
कैसे बनती है व्हिस्की
व्हिस्की शब्द की उत्पत्ति uisce शब्द से हुआ है. एक तरह का यह अल्कोहल है. एक तरह से इसे ‘जीवन का जल’ कहते हैं. व्हिस्की गेहूं, ज्वार, राई और मक्का से बनती है. इसमें एक तरह के नशीले पदार्थ को डाला जाता है. उससे पहले पदार्थ को गर्म कर के पूरी तरह से प्योर किया जाता है.
इसे मिलाने के बाद व्हिस्की को एक लकड़ी के बैरल में पुराना किया जाता है. इसमें उसे एजिंग के लिए कुछ वर्षो के लिए रखा जाता है. लकड़ी के बैरल में रखने की वजह से इसमें रंग आ जाता है. लकड़ी में रखने वाले बैरल को कास्क भी कहा जाता है.
कैसे तैयार होती है 60 साल पुरानी व्हिस्की
हम जब सुनते हैं कि ये व्हिस्की 50 साल या 70 साल पुरानी है, तो इस बैरल में ही इतने साल तक रखी रहती है. सारी समाग्री मिलाकर इसे कास्क में रख दिया जाता है. इसके बाद इसे पैक किया जाता है. ऐसा कहा जाता है कि व्हिस्की का जिक्र पहली बार स्कॉटलैंड में 15वीं शताब्दी में हुआ था. आज भी स्कॉटिश व्हिस्की को सबसे अच्छा माना जाता है
पुरानी शराब क्यों महंगी होती है?
पुरानी शराब बहुत अच्छी होती है फायदेमंद होती है इसलिए महंगी होती है यह एक मिथक है असल में पुरानी शराब की मात्रा कम होती है इसलिए बाजार में महंगी बिकती है जबकि शराब को ज्यादा दिन तक रखना अच्छा नहीं होता है शराब की बोतलों पर एक्सपायरी डेट भी होती है शराब को एक दो साल में पी लेना ही अच्छा होता है जितनी पुरानी शराब होगी उस में अल्कोहल की मात्रा बढ़ जाएगी.
शराब शरीर के लिए हानिकारक है. हम किसी तरह भी शराब को बढ़ावा नहीं देते है. ना ही हम शराब पीने के लिए किसी को प्रेरित करते हैं. यह लेख शराब के बारे में सिर्फ एक जानकारी है.