उत्तराखंड के उत्तरकाशी,चमोली,पिथौरागढ़ जनपद में भारी बारिश की चेतावनी.हिमाचल-उत्तराखंड में 1,000 सड़कें बंद,हरियाणा-पंजाब में बाढ़.

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उत्तराखंड मौसम विभाग ने जनपद स्तरीय मौसम के पूर्वानुमान अनुसार उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जनपद में आज भारी बारिश की चेतावनी जारी की है जबकि कल भी अधिकांश जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी रहेगा।

जम्मू में भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन से एक मकान के चपेट में आने से 8 लोगों की मौत हो गई। पहाड़ों पर बारिश से दिल्ली में यमुना एक बार फिर खतरे के निशान को पार कर गई है। हिमाचल प्रदेश से लेकर उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कोकण और गुजरात तक में भारी और मूसलाधार बारिश से तबाही मची हुई है। हिमाचल-उत्तराखंड में करीब 1,000 सड़कें बंद हैं।

उत्तराखंड के चमोली में बुधवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। चमोली बाजार के समीप नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर अचानक करंट फैल गया। इस दौरान हादसे में कई लोगों की मौत हो गई है। वहीं, कई लोग झुलसे हैं।बताया जा रहा है कि साइट पर 24 लोग मौजूद थे, जिसमें से करीब 15 लोगों की मौत हुई है। वहीं, झुलसे हुए लोगों को जिला अस्पताल ले जाया जा रहा है।  डीएसपी प्रमोद शाह ने बताया कि कुछ घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया है।

भारी बारिश के अलर्ट के बीच पिथौरागढ़ में हालात बेकाबू हो रहे हैं। पिथौरागढ़ में देर रात बादल फट गया है। इस दौरान गुंजी- कालापानी को जोड़ने वाला बैली ब्रिज भी मलबे में दब गया है, जबकि कई स्थान पर सड़कें ध्वस्त हो गई हैं। बृजेश होतियाल ने बताया कि मंगलवार की रात बादल फटने के कारण नाग पर्वत से निकलने वाले नचेती नाले का पानी एकाएक बढ़ गया।जिसके चलते पानी के साथ भारी मात्रा में मलबा भी आ गया। पुल ध्वस्त होने से कालापानी से लिपुलेख तक वाहनों का आवाजाही बंद हो गई.

भूस्खलन से जम्मू के कठुआ में बनी तहसील में हादसा हुआ है। मरने वाले सभी सातों एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं। बुधवार तड़के भूस्खलन हुआ तब लोग गहरी नींद में थे।

हिमाचल में बुधवार को मूसलाधार बारिश होती रही। इससे हिमाचल में जगह-जगह पहाड़ टूट गए और मलबा सड़कों पर गिरा। 735 से सड़कें बंद हो गई हैं और 224 जलापूर्ति की योजनाएं भी ठप हो गई हैं। शिमला के ठियोग के पास नेशनल हाइवे बंद है। बिजली के ट्रांसफॉर्मर पानी में डूबने और खंभे गिरने से कई इलाके अंधेरे में डूबे हैं। ब्यास नदी का पानी उफान पर ही है। मंड-बड़ूखर इलाके में सात लोग बाढ़ के पानी में फंस गए थे, जिन्हें एनडीआरएफ ने सुरक्षित निकाला। राज्य के कई जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है और 28 जुलाई तक मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान जताया गया है। केंद्र की तीन टीमें नुकसान का जायजा लेने पहुंची हैं। शिमला-कालका के बीच रेल सेवा 6 अगस्त तक बंद है। उत्तराखंड में 286 सड़कें बंद हैं।

पंजाब राज्य में बारिश और बाढ़ के और चार लोगों की मौत हो गई है। बुधवार सुबह पटियाला रागोमाजरा इलाके में मूसलाधार बारिश के कारण एक मकान की छत गिर गई। इससे दो लोगों की मौत हो गई, जबकि परिवार के तीन लोग जख्मी हैं। वहीं, लुधियाना में बुड्ढा नाला में नहाने उतरे दो युवक तेज बहाव में बह गए। दोनों की मौत हो गई। परिवार के तीन लोग घायल हैं। मौसम विभाग ने पंजाब में बुधवार से चार दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।

घग्गर नदी में उफान से सिरसा, फतेहाबाद और हिसार के कई क्षेत्रों में बाढ़ का पानी भर गया है। हिसार के शिकंदरपुर के पास रंगोई नाले का तटबंध टूटने से बाढ़ का पानी नेशनल हाईवे तक पहुंच गया है। डिंग रोड व नरेलखेड़ा क्षेत्र में रंगोई नाला ओवरफ्लो होने से स्थिति खराब हो गई है।जिले में अब 54 हजार क्यूसेक पानी घग्गर में बह रहा है। इससे 60 गांव खतरे में हैं। फतेहाबाद में घग्गर नदी का पानी शहर के बाईपास तक पहुंच गया है। कुरुक्षेत्र के बाबैन में बुधवार सुबह गांव महुआ खेड़ी का एक किशोर  सरस्वती नदी में डूब गया।

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