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भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के सुर बदलते दिख रहे हैं। कई बार सार्वजनिक रूप से बीजेपी और मोदी-योगी की आलोचना कर चुके टिकैत ने अब कहा है कि वो सरकार की विकास नीतियों के विरोधी नहीं है।
नोएडा में एक किसान महापंचायत में भाग लेने पहुंचे थे, जहां उन्होंने ये बातें कहीं। किसान नेता ने कहा- “उत्तर प्रदेश के जिला गौतमबुद्धनगर के जेवर में आयोजित किसान-मजदूर महापंचायत में उपस्थित रहे। हम सरकारों की विकास की नीतियों के विरोधी नहीं हैं पर सरकारें अगर किसान के विरुद्ध विनाश नीतियों को लेकर आएंगी तो हम उसका पूरे देश मे पुरजोर तरीके से विरोध करेंगे।”
टिकैत ने इस दौरान जेवर एयरपोर्ट में जा रही जमीनों पर सही मुआवजा देने की भी मांग की। किसान नेता ने कहा- “हवाईअड्डा परियोजना ने जेवर में स्थानीय लोगों को प्रभावित किया है। उन्हें उनकी अधिग्रहित भूमि के बदले कुछ मुआवजे का आश्वासन दिया गया है लेकिन हम स्थानीय अधिकारियों द्वारा पर्याप्त मुआवजा सुनिश्चित करने की मांग कर रहे हैं।”
टिकैत ने इस दौरान अधिकारियों से भी बात की और किसानों को मुद्दों को सुलझाने के लिए कहा। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि नियम के अनुसार सभी की शिकायतों को दूर कर लिया जाएगा।
बता दें कि राकेश टिकैत किसान आंदोलन के समय से ही सरकार के खिलाफ मुखर रहे हैं। तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद जब यह आंदोलन खत्म हुआ तब टिकैत विधानसभा चुनावों में भी अपना अभियान चलाते रहे। कई बार सीधे तौर पर भी वो बीजेपी और मोदी सरकार पर हमला बोल चुके हैं, जिसके कारण बीजेपी उन्हें विपक्ष के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाती रही है।
हाल के दिनों में कर्नाटक में एक कार्यक्रम के दौरान टिकैत पर हमला भी किया गया था, उनपर स्याही फेंकी गई थी। जिसे लेकर काफी हंगामा मचा था और टिकैत ने इसके लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि अब के बयानों के बाद ऐसा लग रहा, जैसे टिकैत के सुर बदल रहे हों।