महिला ने तीन बच्चों को दिया जन्म – मेडिकल भाषा में इन्हें मोनोजाइगोटिक और डायजाइगोटिक कहा जाता है।

Gaurav for NEWS EXPRESS INDIA

मेरठ के एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को दुर्गा नगर निवासी नैना ने एक साथ तीन स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया। तीनों बच्चे और मां पूरी तरह स्वस्थ बताए गए हैं। वहीं एकसाथ तीन बच्चों के जन्म से परिवार में खुशियों की बहार आ गई है।

मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ वीडी पांडेय ने बताया कि नैना के पति रोबिन सक्सेना हैं। नैना 8 माह 3 सप्ताह (कुल-35 सप्ताह) से गर्भवती थीं। उनका इलाज स्त्री एवम प्रसूति रोग विभाग की आचार्य डॉ. अरुणा वर्मा कर रही थीं। डॉ. अरुणा और उनकी टीम की डॉ. राघवी और डॉ. प्रतिष्ठा ने ऑपरेशन कर तीन स्वस्थ बच्चों का जन्म कराया।

तीनो जुड़वां बच्चों में से पहला लड़का 2 किग्रा का है, जो नैना को सौंप दिया गया है। दूसरा लड़का 1.9 किग्रा तथा तीसरी लड़की 1.5 किग्रा की है, जिन्हें अभी एनआईसीयू में रखा गया है। इन्हें भी जल्द ही सौंप दिया जाएगा।

नैना ने बताया कि एक ही बार में उनका परिवार पूरा हो गया। यह उनकी पहली प्रेग्नेंसी थी और अब उन्हें तीन बच्चे हुए हैं। उन्होंने बताया कि पति निजी कंपनी में नौकरी करते हैं और वह  हाउसवाइफ हैं। परिवार में और इससे पहले किसी को जुड़वां बच्चे नहीं हुए। वहीं नैना के पति रोबिन का कहना है कि दो बच्चे अभी एनआईसीयू में हैं। उनके लिए वह थोड़े चिंतित हैं।

 हजार में एक महिला के होते हैं तीन बच्चे एक साथ 
प्रसव कराने वाली डॉ. अरुणा वर्मा ने बताया कि शुरू से नैना का इलाज मेडिकल में उनकी देखरेख में चल रहा था। इलाज के दौरान अल्ट्रा साउंड में पता चल गया था कि एक से ज़्यादा बच्चे होंगे।

सामान्य तौर पर मेडिकल साइंस के हिसाब से एक हजार में किसी एक महिला के एक साथ तीन बच्चे हो सकते हैं। अब आईवीएफ के ज़रिए तो हो जाते हैं, लेकिन सामान्य डिलीवरी में ऐसा कम ही होता है।
एक से ज्यादा बच्चों को जन्म देने की घटना को मेडिकल टर्म में मल्टिपल प्रेग्नेंसी कहा जाता है। इसका मतलब है कि किसी महिला के गर्भ में दो या ज्यादा बच्चे हैं। ये बच्चे एक ही एग या अलग-अलग एग से हो सकते हैं।
दो तरह के होते हैं जुड़वां बच्चे
जुड़वा या तीन बच्चे दो तरह के होते हैं आइडेंटिकल और नॉन-आइडेंटिकल। मेडिकल भाषा में इन्हें मोनोजाइगोटिक और डायजाइगोटिक कहा जाता है। आमतौर पर महिला के शरीर में एक अंडा होता है जो एक स्पर्म से मिलकर एक भ्रूण (एम्ब्रियो) बनाता है। लेकिन कई बार इस फर्टिलाइजेशन में एक नहीं बल्कि दो या तीन भ्रूण भी तैयार हो जाते हैं।

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