रिस्पना और बिंदाल नदी पर चार से छह लेन की एलिवेटेड रोड बनाने की योजना. पढ़ें पूरी जानकारी.

Saurabh CHAUHAN for NEWS EXPRESS INDIA

करीब तीन साल से ठंडे बस्ते में पड़ी रिस्पना और बिंदाल नदी पर चार से छह लेन की एलिवेटेड रोड बनाने की योजना का संज्ञान मुख्य सचिव ने लिया है। उन्होंने इस योजना को शहर में बढ़ती जाम की समस्या से निजात दिलाने की दिशा में अहम बताया है। मुख्य सचिव डा. एसएस संधु ने योजना के लिए कराए गए फिजिबिलिटी सर्वे को प्रस्तुतिकरण के बाद हरी झंडी दे दी।

बुधवार को आयोजित बैठक में मुख्य सचिव ने यह भी निर्देश दिए कि नदियों के किनारों पर सड़कों के निर्माण की संभावना तलाशी जाए, ताकि नदी क्षेत्रों के आसपास की बस्तियों व अन्य क्षेत्रों में आवागमन सुगम हो सके। अगर एलिवेटेड रोड की योजना परवान चढ़ी तो दून में ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करने की दिशा में यह बड़ा कदम साबित होगा। लोनिवि ने वर्ष 2019 में योजना का प्रस्ताव तैयार किया था। कुछ समय के भीतर ही फिजिबिलिटी सर्वे भी कराया गया था। हालांकि, धरातल पर कुछ काम नहीं कराया जा सका।

मसूरी के लिए भी फायदेमंद

यह योजना पर्यटन सीजन में मसूरी जाने वाले पर्यटकों की भारी भीड़ से देहरादून शहर के भीतर तक लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए भी बनाई गई थी। साथ ही यह शहर के आकर्षण का केंद्र भी बन सकेगी।

यह होगा एलिवेटेड रोड का दायरा

पहली एलिवेटेड रोड विधानसभा के पास रिस्पना पुल से शुरू होकर राजपुर रोड से सटे नागल पुल पर जुड़ेगी। दूसरी एलिवेटेड रोड पटेलनगर क्षेत्र में लालपुल से शुरू होगी और न्यू कैंट रोड के हाथीबड़कला जंक्शन पर जुड़ेगी। दोनों रोड का मकसद बाहर से आने वाले वाहनों को शहर में प्रवेश कराए बिना मसूरी रोड से जोड़ना है। इससे शहर में बाहरी क्षेत्रों के वाहनों का अनावश्यक प्रवेश भी थम पाएगा।

नदी के दोनों किनारों को कवर करते हुए होगा निर्माण

लोनिवि के अधिकारियों के मुताबिक एलिवेटेड रोड का निर्माण रिस्पना और बिंदाल नदी के दोनों किनारों पर पिलर खड़े कर किया जाएगा। यह सड़क पिलर पर फ्लाईओवर की शक्ल में तैयार की जाएगी। सड़कों की यह होगी लंबाई

नाम, लंबाई

रिस्पना पुल से नागल पुल तक, 10.80 किलोमीटर।

लालपुल से हाथीबड़कला जंक्शन तक, 7.35 किलोमीटर।

चार से छह लेन की बनेगी रोड

एलिवेटेड रोड का निर्माण अगले 50 से 100 साल की जरूरत को देखते हुए किया जाएगा। नदियों पर पिलर के लिए मिलने वाली जगह के मुताबिक इसे चार से छह लेन में बनाया जाएगा।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *