देश के लिए ओलंपिक में दो बार मेडल दिलाने वाले सुशील कुमार जिस हिम्मत और ताकत से साथी खिलाड़ियों पर भारी पड़ते दिखता था वह सलाखों के पीछे पहुंचते ही टूट गया और फूट फूटकर रोने लगा।

मुकेश कुमार की रिपोर्ट

देश के लिए ओलंपिक में दो बार  मेडल दिलाने वाले सुशील कुमार जिस हिम्मत और ताकत से पहलवान साथी खिलाड़ियों पर भारी पड़ते दिखता था वह  सलाखों के पीछे पहुंचते ही टूट गया और फूट फूटकर रोने लगा। उसे अपनी गलती का अहसास हो रहा है और थाने में सिर झुकाकर रह रहा है। पहलवान सागर की हत्या में पकड़े जाने के बाद सुशील मॉडल टाउन थाने में पुलिस रिमांड पर है।

थाने में पहुंचने पर सुशील कुर्सी खोजने लगा लेकिन पुलिस अधिकारी ने उसे और उनके साथी अजय को लॉकअप में बंद करने को कह दिया। सुशील लॉक अप में जाते ही फूट-फूट कर रोने लगा। आम अपराधी की तरह उसे दि फर्श पर बैठाया। वह सिर झुकाए बैठा था। पुलिस अधिकारी के सामने वह बच्चों की तरह रो रहा था। आधे घंटे तक सुबकने के बाद उसे जांच अधिकारी के कमरे में बैठाया गया। इस दौरान उसने पानी भी मांगा।

जागकर बिताई रात
क्राइम ब्रांच की हिरासत में सुशील ने पूरी रात जागकर बिताई। यहां तक कि उसने भोजन करने से भी मना कर दिया। वह रात में भी कई बार रोया। पुलिस के अनुसार तड़के दो घंटे के लिए सुशील को नींद आई थी। फिर सुबह कानूनी प्रक्रिया आदि के लिए उसे जगा दिया गया। हालांकि सुशील का साथी अजय पुलिस हिरासत में शांत होकर बैठा था और उसने भोजन भी किया।

सिर्फ डराना चाहते थे
सुशील कुमार ने बताया कि वह सागर को सिर्फ डराना चाहता था। इसलिए पिटाई की थी। हथियार भी इसीलिए लाए गए थे। इस पूरी घटना का वीडियो खौफ पैदा करने के लिए बनवाया। गया था। उसने बताया कि घटना के बाद भी वह छत्रसाल स्टेडियम में ही था। लेकिन जब सागर की मौत की सूचना मिली तो वह भाग गया। दिल्ली लौटने पर सुशील ने एक महिला मित्र से स्कूटी मांगी थी।

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