जोशी, हरक और त्रिवेंद्र के बीच चले बयानी तीर
एक दूसरे पर बयानी तीर छोड़ रहे सत्तारूढ़ पार्टी के दिग्गज नेताओं के इस रवैये पर आम आदमी पार्टी के प्रभारी दिनेश मोहनिया भी निशाना साधने से नहीं चूके। उन्होंने सोशल मीडिया पर ट्वीट किया। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत मंत्रियों की आपसी लड़ाई से फुर्सत मिल जाए तो प्रदेश में कोविड की भयावहता पर भी एक नजर डालें। आपसी हिसाब चुकता करने को बहुत समय मिलेगा। अभी प्रदेश की जनता को बचा लीजिए।
जोशी को अनुभवहीन नेता कहे जाने वाले त्रिवेंद्र के बयान के बाद सोशल मीडिया पर कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का बयान वायरल हुआ। इसमें उन्होंने गणेश जोशी अनुभवी नेता बताया। त्रिवेंद्र का नाम लिए बिना उन्होंने नसीहत भी दे डाली कि इस तरह की टीका टिप्पणी न करें तो ज्यादा अच्छा। यह एक-दूसरे को नीचा दिखाने व एक दूसरे की टांग खींचने का अवसर नहीं है। ऐसे समय में हम एक दूसरे की मदद नहीं करेंगे और राजनीति देखेंगे तो इससे नीचता का काम कोई नहीं हो सकता।
जोशी के बयान का समर्थन करते हुए उन्होंने भी कहा पहले जो कोरोना आया था, हमारी तैयारी होनी थी, उसमें चूक हुई है। उसके लिए हम तैयार नहीं हो पाए। हमने यह सोचा नहीं था, इस विकराल रूप में अचानक बीमारी दोबारा से आ जाएगी। सबने सोचा कि अब बिल्कुल ठीक हो गया। पहले जैसी जनसभाएं होने लगी। वैसे कार्यक्रम होने लगे। जनसभाओं में भीड़ उमड़ने लगी। हरक सिंह के इस बयान को जहां जोशी के बचाव के रूप में देखा जा रहा है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत पर कटाक्ष भी माना जा रहा है।