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देहरादून के सहसपुर में बारिश युवक के लिए काल बन गई। सैलाब के बीच फंसी कार में सवार तीनों लोगों को लगा कि अब बचना नामुमकिन है तभी राजकुमार ने जीजा और दोस्त के मना करने के बावजूद कार के बाहर छलांग लगा दी। उसे आभास भी नहीं था कि पानी का तेज बहाव उसे बहा ले जाएगा।
इधर, कार के भीतर सवार लोग घुप्प अंधेरे में राजकुमार के सकुशल सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचने और खुद के बचने की दुआ मांग रहे थे। इस बीच मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने रस्सी की मदद से दोनों को सकुशल बचा लिया, लेकिन राजकुमार का पता नहीं चला। सुबह उसका शव घटना स्थल के थोड़ी दूरी पर बरामद हुआ।
घुप्प अंधेरे के बीच सर्च लाइट की रोशनी जब कार पर पड़ी तो कार में सवार मुकेश और अनिल को लगा कि उनकी दुआ कबूल हो गई अब उन्हें बचा लिया जाएगा। इधर, सर्च लाइट की रोशनी में कार में फंसी जिंदगियों को बचाने का अभियान जब शुरू किया गया तो किसी को नहीं पता था कि कार में कितने लोग सवार हैं। थाना पुलिस, एसडीआरएफ और फायर सर्विस के जवानों ने मौके पर पहुंचते ही मोर्चा संभाल लिया। रपटे में पानी आने के कारण कई वाहन जाम में फंसे थे।
इन वाहनों में सवार लोग भी सैलाब के बीच फंसी कार पर नजर रखे हुए थे। इन्हीं में से किसी ने कार के फंसे होने की सूचना पुलिस को दी थी। रस्सियों के सहारे किसी तरह जवान कार तक पहुंचे तो देखा कि दो लोग सैलाब के बीच जिंदगी के लिए मौत से जूझ रहे थे।
रेस्क्यू टीम को देख दोनों का साहस बढ़ गया और दोनों रस्सी पकड़कर एसडीआरएफ के जवानों के साथ सकुशल बाहर आए। दोनों ने बताया कि कार में तीन लोग सवार थे राजकुमार उनकी आंखों के सामने तेज बहाव में बह गया।
चौकी प्रभारी सभावाला जयवीर सिंह ने बताया कि सुरक्षित बचाया गया मुकेश शर्मा उत्तराखंड पुलिस का जवान है। उसकी तैनाती एसटीएफ देहरादून में है। हादसे का शिकार हुआ राजकुमार अनिल कुमार का साला था, जो तेज बहाव में बह गया। उसका शव सुबह बरामद हुआ।
जैसे ही दोनों युवकों को जवान बचाकर सुरक्षित लाए उसके थोड़ी ही देर बाद कार काफी दूर तक बह गई। लोगों का कहना है कि अगर थोड़ी देर और होती तो इन दोनों को बचाना मुश्किल हो जाता।
अनिल कुमार ने बताया कि कार के आगे ट्रक होने की वजह से तेज बहाव का अंदाजा ही नहीं हुआ। रपटे में कार फंसी तो लगा कि अब बचना मुश्किल है। ऊपर वाले से दुआ मांग ही रहे थे कि राजकुमार अचानक कार के बाहर कूद गया और तेज बहाव में बह गया। अनिल और मुकेश का कहना है कि काश राजकुमार हम दोनों की बात मान लेता और कार में रहता तो आज जिंदा होता।