VS CHAUHAN KI REPORT
उत्तराखंड में बारिश आफत बनकर बरस रही है। देहरादून-मसूरी मार्ग भूस्खलन के चलते ग्लोगी पावर हाउस के पास बार-बार बाधित हो रहा है। यहां मलबा हटाने के लिए दो जेसीबी लगाई गई हैं। राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। वहीं, देर रात भी दून के संतला देवी मंदिर के पास खबड़ावाला में बदल फट गया। इसके अलावा आसपास के इलाकों में भी अतिवृष्टि हुई। करीब तीन घंटे हुई भारी बारिश के कारण नदी, नाले उफना गए और कई पुस्ते बह गए। घरों में पानी घुसने के साथ ही कई जगह पेड़ और विद्युत पोल गिरने की भी सूचना है।
वहीं, पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन के कारण मार्ग बार-बार बाधित हो रहे हैं। चमोली में जोशीमठ-मलारी हाईवे तमाम कोशिशों के बावजूद नहीं खुल पाया। पिछले 11 दिनों से यह मार्ग बंद है। मौसम खराब होने के कारण हेलीकाप्टर भी उड़ान नहीं भर पा रहा है। इसके अलावा कुमाऊं में भी बारिश के कारण दिक्कतें बढ़ी हुई हैं। प्रदेशभर में चार दर्जन से अधिक मार्गों पर आवाजाही ठप है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
ऋषिकेश-हरिद्वार के बीच एकमात्र वैकल्पिक मार्ग बैराज-चीला मोटर मार्ग पर बीन नदी में भारी उफान आ जाने से इस मार्ग पर आवाजाही बाधित हो गई है। पुलिस ने दोनों ओर से आने जाने वाले वाहनों को डाइवर्ट करना शुरू कर दिया है।
बीती रात्रि से हो रही भारी बारिश के चलते बीन नदी में जबरदस्त उफान आ गया है। जिससे इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। ऋषिकेश हरिद्वार के बीच यह मार्ग एक महत्वपूर्ण वैकल्पिक मार्ग है। इसके अलावा इस मार्ग से यमकेश्वर प्रखंड के डंडामंडल क्षेत्र के 62 से अधिक गांव जुड़े हुए हैं। बीन नदी में पानी बढ़ने के कारण इन गांवों का संपर्क भी राजधानी से कट गया है।