मसूरी में पुलिस की बदमाश से मुठभेड़. आरोपी अपनी पत्नी पर जानलेवा हमला करने से पहले अपने पिता की भी हत्या कर चुका था।

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मसूरी में पुलिस की बदमाश से मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में एक दरोगा को पेट में गोली लगी। मामला रायपुर क्षेत्र में घायल मिली महिला से संबंधित है। पुलिस ने देर रात महिला को गोली मरने के आरोपी उसके पति को ट्रैक किया था। एक होटल के बाहर देखते ही आरोपी ने दरोगा मिथुन कुमार पर चला दी गोली। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में आरोपी को पैर में गोली मारी। दरोगा मैक्स अस्पताल में भर्ती हैं।

महिला को गोली मारने के मामले में आरोपी पति ने पुलिस पर भी हमला कर दिया। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि 13 जनवरी को रायपुर-थानों रोड स्थित बड़ासी पुल के नीचे एक महिला बेहोशी की हालत में मिली थी। दून अस्पताल में जब महिला के सिर का ऑपरेशन किया गया तो उसकी सिर से एक गोली निकली।

तब से महिला के पति की तलाश की जा रही थी। शनिवार देर रात पुलिस को सूचना मिली कि महिला का पति मसूरी किसी होटल में ठहरा हुआ है। पुलिस ने होटल की चेकिंग करनी शुरू की तो होटल में ठहरे बदमाश ने अचानक पुलिस पर जानलेवा हमला कर दिया।

इस दौरान चौकी इंचार्ज मिथुन के पेट मे गोली लग गई। जवाबी हमले में एक गोली बदमाश के पैर में लगी है। चौकी इंचार्ज को तत्काल मैक्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया। मुठभेड़ में बदमाश के पैर मे भी गोली लगी है, उसे भी मैक्स अस्पताल के भर्ती करवाया गया है। चेकिंग के दौरान आरोपित से दो पिस्टल और दो मैग्जीन बरामद हुए हैं।

मुठभेड़ के बाद पकड़ने जाने पर आरोपी ने पुलिस को सितंबर से अब तक का सारा घटनाक्रम बताया।

सोनीपत का शातिर शुभम पत्नी पर जानलेवा हमला करने से करीब चार माह पहले अपने पिता की भी हत्या कर चुका था। यह राज पत्नी को पता चला तो उसे भी शुभम ने रास्ते से हटाने के लिए गोली मार दी। मरा जानकर उसे पुल के नीचे फेंक दिया। इस दौरान उसने पुलिस से बचने के लिए कई पैंतरे भी अपनाए। फर्जी नंबर प्लेट वाली गाड़ी चलाई। स्कूटर का इस्तेमाल किया। यही नहीं कई होटल और होमस्टे भी उसने बदले।

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि शुभम के ऊपर 40-50 लाख रुपये का कर्ज चढ़ गया था। इसे चुकाने के लिए वह पिता से पैसे मांग रहा था। मगर उसके पिता प्रभुदयाल ने साफ इन्कार कर दिया। शुभम के पिता के नाम पर एक संपत्ति सोनीपत की मुख्य रोड पर थी। उसने योजना बनाई कि इस संपत्ति को बेचकर ही वह कर्ज उतार सकता है। लेकिन, जब तक पिता जीवित हैं तब तक यह संपत्ति वह बेच नहीं सकता। इसलिए उसने अपने पिता को ही रास्ते से हटाने की ठान ली। सितंबर 2023 में वह अपने पिता को अपने साथ कहीं ले गया।

इसके बाद बाद उसने पिता को गोली मारी और मुजफ्फरनगर के पास जंगल में शव छिपा दिया। शाम के वक्त वह घर पर आ गया। इस बात का किसी को पता नहीं था कि पिता प्रभुदयाल उसके साथ ही गए हैं। ऐसे में उसने ढोंग रच दिया कि पिता गायब हो गए हैं। अगले दिन उसने पिता की गुमशुदगी दर्ज करा दी। इसके बाद वह पत्नी तानिया को लेकर छिद्दरवाला क्षेत्र में आकर रहने लगा। दो महीने पहले तानिया ने अपनी बहन से बात की थी। इस बात का पता सोनीपत पुलिस को लगा तो उन्होंने हरिद्वार में तानिया के मायके पर नजर घुमाई। इसकी भनक जब शुभम को लगी तो वह तानिया को लेकर मुनिकीरेती स्थित होटल आराधना में आकर रहने लगा।

उसने 27 दिसंबर को कमरा एक महीने के लिए लिया। इस बीच तानिया को पता चल गया कि शुभम ने पिता प्रभुदयाल की हत्या कर दी है। तानिया घबराई और उसने यह बात शुभम को बताई। तो शुभम ने राजदार तानिया को भी रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। वह 13 जनवरी की शाम तानिया को अपने स्कूटर से लेकर एयरपोर्ट तक आया। यहां उसने पहले से ही अपनी कार पार्क की हुई थी। वह कार से बड़ासी तक आया और यहां तानिया के सिर में गोली मारकर उसे पुल के नीचे फेंक दिया। इसके बाद वह फिर से होटल आराधना में आ गया। यहां से अगले दिन वह सामान लेकर मसूरी चला गया।

कार पर लगाई फर्जी नंबर प्लेट
आरोपी ने पुलिस को चकमा देने के लिए कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई थी। दरअसल, जिस जगह तानिया घायल हालत में मिली वहां के रास्ते पर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज चेक किए। पता चला कि यहां पर एक दिल्ली नंबर की कार आई और फिर थोड़ी देर बाद वापस आई। पुलिस ने नंबर से पता किया तो उसका संबंध शुभम से नहीं मिला। लेकिन, कार शुभम की थी इसकी तस्दीक तानिया की बहन काव्या ने कर दी। इस पर उसका असली नंबर गुड़गांव हरियाणा का पाया गया। उसने ओएलएक्स पर देखकर अपनी कार से मिलती जुलती कार का नंबर बनवाया था।

पत्नी को नहीं पता था जौलीग्रांट पर खड़ी है कार
शुभम अपनी पत्नी के साथ छिद्दरवाला में रह रहा था। तब उसके पास स्कूटर ही था। जब वह मुनिकीरेती गया वहां भी उसके पास स्कूटर ही था। होटल में आना जाना भी वह स्कूटर से ही करता था। पत्नी को भी इस बात का नहीं पता चला कि उसने कार को जौलीग्रांट पार्किंग में खड़ा किया है। पुलिस जब इस कार तक पहुंची तो उसमे कारतूस के खोखे बरामद हुए। पुलिस ने सभी खोखों को एफएसएल जांच के लिए भेज दिया है।

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