प्रकाश हत्याकांड में पुलिस ने एक ही परिवार के तीन भाई और दो बहनों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया.

Herdyes ballabh goswami for NEWS EXPRESS INDIA

रुद्रपुर के प्रीत विहार में विवाद के चलते हुए प्रकाश हत्याकांड में पुलिस ने एक ही परिवार के तीन भाई और दो बहनों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने नामजद मुख्य आरोपी और उसकी दो बहनों को गिरफ्तार किया है जबकि दो भाई फरार हैं।

शनिवार को सीओ कार्यालय में एसपी सिटी मनोज कत्याल ने बताया कि काजल चौहान निवासी नई बस्ती खानपुर थाना बिलासपुर जिला रामपुर ने कोतवाली में दी तहरीर में कहा था कि उसका सगा भाई प्रकाश चौहान बरादरी रोड प्रीत विहार में किराये के कमरे में रहता था। 11 अगस्त की शाम उसके भाई प्रकाश से संजीव, उसके भाई राजीव, प्रदीप की किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। इसके बाद तीनों भाइयों ने अपनी काजल, सपना को बुला लिया। आरोपी उसके भाई को मोहल्ले के शनि मंदिर से खींचकर अपने घर में ले गये और कमरे में बंद कर भाई पर चाकू और तलवार से जानलेवा हमला कर अधमरा कर दिया।

लोगों ने प्रकाश को बचाने के लिए दरवाजा खटखटाया तो आरोपी घर से फरार हो गए। गंभीर हालत में उसके भाई को जिला अस्पताल ले जाया गया तो जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने पांचों आरोपियों पर केस दर्ज किया था। शनिवार को पुलिस ने मुख्य आरोपी राजीव, उसकी बहन काजल और सपना को फाजलपुर महरौला से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त तलवार बरामद की है। इस मामले में फरार संजीव और प्रदीप की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।

घर के बाहर गालीगलौज पर बिगड़ा था मामला
रुद्रपुर। शुक्रवार की रात मृतक प्रकाश अपने दोस्तों के साथ आरोपियों के घर के पास बैठा था और वे आपस में जोर-जोर से बातचीत के साथ ही गालीगलौज कर रहे थे। बताया जा रहा है कि इस पर राजीव ने प्रकाश को टोका था। एसपी सिटी ने बताया कि शोरगुल करने पर टोकने पर विवाद बढ़ा और मारपीट हो गई। मामला बढ़ने पर अभियुक्त प्रकाश को खींचकर अपने घर ले गए और वहां उसकी हत्या कर दी

एसपी सिटी ने बताया कि मामले में जेल भेजी गई काजल और सपना ने पूरे झगड़े में भाइयों का साथ दिया था। यही नहीं बहनों ने न सिर्फ कृत्य छिपाने की कोशिश की बल्कि दरवाजा बंद कर दिया था। इस कारण प्रकाश को समय से इलाज नहीं मिल सका। अगर दरवाजा बंद नहीं किया गया होता तो प्रकाश की जान बचने की कुछ संभावना थी।

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