तिहाड़ जेल में हत्याकांड: बेडशीट के सहारे कूदे हत्यारे, बैरेक से निकालकर टिल्लू ताजपुरिया को तड़पा तड़पाकर मार डाला.

Gaurav Agarwal for NEWS EXPRESS INDIA

दिल्ली में माफिया गैंगस्टर कितने ताकतवर और बेखौफ हैं, इसकी बानगी पिछले 19 दिनों में देखने को मिली. देश की सबसे सुरक्षित तिहाड़ जेल में पहले गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया को मौत के घाट उतार दिया गया और अब गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की जेल में हत्या कर दी गई. असल में दिल्ली में कई ऐसे गैंग सक्रिय हैं, जो एक साथ मिलकर काम करते हैं. इनके दो गठजोड़ बन चुके हैं, जो दिल्ली और आस-पास के राज्यों में ऑपरेट करते हैं और इनके सरगना जेल में रहते हुए भी अपना क्राइम सिंडिकेट चलाते हैं.

बीते दिनों तिहाड़ जेल में हुई गैंगवार में गैंगस्टर सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया की हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड की जिम्मेदारी कनाडा में बैठे गैंगस्टर सतिंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ ने ली थी. अब इस हत्याकांड के सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं, जिसमें हमलावर वारदात को अंजाम देते हुए कैद हुए हैं.

देश की हाई सिक्योरिटी जेल तिहाड़ में 2 अप्रैल मंगलवार को गैंगवार हुई थी. इसमें कुख्यात गैंगस्टर सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया की हत्या कर दी गई थी. अब इस हत्याकांड के सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं. इसमें हमलावरों को बेडशीट के सहारे कूदते देखा जा सकता है. इसके बाद ताजपुरिया पर गोगी गैंग के 4 और बिश्नोई गैंग के 4 गुर्गे  लोहे की रॉड और सूए से ताबड़तोड़ हमले शुरू कर देते हैं. इसी बीच एक शख्स बीच में आता है. तभी उसको चोट लगती है. इसके बाद वो किनारे हो जाता है.

तिहाड़ जेल के सूत्रों के मुताबिक टिल्लू पर सूए से 40 से ज्यादा बार वार किए गए. यह हमला सुबह करीब 6:15 बजे किया गया. प्रशासन ने बताया कि चारों बदमाश जेल नंबर-9 की फर्स्ट फ्लोर पर बंद थे. हमलावरों ने वारदात को अंजाम देने के लिए पहले लोहे की ग्रिल को काटा. उसके बाद चादर की मदद से ग्राउंड फ्लोर पर कूदकर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद टिल्लू की हत्या कर दी.

प्रशासन ने बताया कि गोगी गैंग के दीपक तीतर, योगेश, राजेश और रियाज ने यह हमला किया है. हालांकि टिल्लू की हत्या के पीछे रोहित मोई का हाथ बताया जा रहा है. जितेंद्र गोगी के कई करीबी और गैंग मेंबर तिहाड़ जेल में बंद हैं. इसे गोगी का राइट हैंड रोहित माना जाता था. जितेंद्र गोगी के साथ गिरफ्तार हुआ उसका बेहद करीबी रोहित मोई भी इसी जेल में है.

इस हत्याकांड की जिम्मेदारी कनाडा में बैठे गैंगस्टर सतिंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ ने ली थी. हत्याकांड के बाद बराड़ का फेसबुक पोस्ट सामने आया था, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें गोल्डी बराड़ ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए लिखा है कि टिल्लू की हत्या हमारे भाई दीपक तीतर और योगेश टुंडा ने की है.

‘योगेश और तीतर ने सभी भाइयों का सिर ऊंचा कर दिया’

पोस्ट में आगे लिखा गया है कि जितेंद्र गोगी की हत्या की जिम्मेदारी टिल्लू ने ली थी, जो शुरू से ही हमारा दुश्मन था. आज इसकी हत्या कर योगेश और तीतर ने सभी भाइयों का सिर ऊंचा कर दिया है. बराड़ ने फेसबुक पर आगे लिखा, ‘गोगी कत्ल में जो भी शामिल थे, सभी कुत्ते की मौत मरेंगे.’

दरअसल, देश की सबसे सुरक्षित तिहाड़ जेल में पहले गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया को मौत के घाट उतार दिया गया और अब गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की वहां हत्या कर दी गई. असल में दिल्ली में कई ऐसे गैंग सक्रिय हैं, जो एक साथ मिलकर काम करते हैं.

गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया
ये गैंगस्टर आउटर दिल्ली और हरियाणा में ऑपरेट करता था. टिल्लू ताजपुरिया का नाम जुर्म की दुनिया में अपनी अलग पहचान बना चुका था. दरअसल, ये वही गैंगस्टर था, जिसने मंडोली जेल में रहते हुए, 24 सितंबर 2021 को रोहिणी कोर्ट में अपने दो शूटर भेजकर कुख्यात गैंगस्टर जितेंद्र गोगी को भरी अदालत में हत्या करवा दी थी. उसके शूटर रोहिणी की कोर्ट नंबर 207 में वकील की ड्रेस में पहुंचे थे और मौका देखकर कोर्ट रूम के अंदर ही पेशी पर आए गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई में दोनों शूटरों को एनकाउंटर में मार गिराया था.

असल में गैंगस्टर जितेंद्र उर्फ गोगी और टिल्लू ताजपुरिया गैंग के बीच गैंगवार जारी थी. इसी के चलते गोगी गैंग के सदस्यों और कुख्यात अपराधी प्रवेश ने मिलकर टिल्लू ताजपुरिया गैंग के बदमाश पवन का मर्डर कर दिया था. इस क़त्ल का बदला लेने के लिए ही टिल्लू ताजपुरिया ने अपने गैंग के सदस्य अक्षय को जिम्मेदारी सौंपी थी. अक्षय ने अपने साथियों के साथ मिलकर टिल्लू के हुक्म को पूरा किया और गैंगस्टर गोगी को भरी अदालत में मार डाला था.

गैंगस्टर जितेंद्र उर्फ गोगी का जानी दुश्मन गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया किसी भी तरह से कम नहीं था. वह तिहाड़ जेल में बन्द रह कर भी कुख्यात बदमाश नवीन बाली, कौशल और गैंगस्टर नीरज बवानिया के साथ मिलकर गैंग ऑपरेट करता था.

गैंगस्टर जितेंद्र गोगी गैंग
पिछले साल तक गैंगस्टर जितेंद्र गोगी का गैंग लोनी, आउटर दिल्ली और हरियाणा में ऑपरेट कर रहा था. लेकिन 24 सितंबर 2021 को रोहिणी कोर्ट में टिल्लू ताजपुरिया के दो शूटरों ने कुख्यात गैंगस्टर जितेंद्र गोगी को भरी अदालत में गोलियों से भून डाला था.  जितेंद्र गोगी दिल्ली के अलीपुर गांव का रहने वाला था. वह 15 से ज्यादा संगीन वारदातों को अंजाम दे चुका था. जितेंद्र गोगी ने साल 2009 में अपराध की दुनिया मे कदम रखा था. क्राइम की दुनिया में कार चोरी से अपना करियर शुरू करने वाले जितेंद्र गोगी ने जल्द ही हथियार थाम लिए और लूट की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया

साल 2016 में जितेंद्र गोगी हरियाणा के बहादुरगढ़ में पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था और उस पर 2.5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था. लेकिन बाद में 32 साल के इस मोस्ट वांटेड गैंगस्टर को दिल्ली पुलिस धरदबोचा था. 24 सितंबर की दोपहर रोहिणी की कोर्ट नंबर 207 में वकील की ड्रेस में आए दो शूटरों ने मौका देखकर कोर्ट रूम के अंदर ही पेशी पर आए गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. हालांकि सुरक्षाकर्मियों की जवाबी कार्रवाई में दोनों शूटर भी मौके पर ही मारे गए थे.

टिल्लू ताजपुरिया ने अपने गैंग के बदमाश पवन की हत्या का बदला लेने के लिए गैंगस्टर जितेंद्र उर्फ गोगी का मर्डर कराया था. पवन की मौत के बाद से ही टिल्लू ताजपुरिया का गैंग जितेंद्र उर्फ गोगी को ठिकाने लगाने की कोशिश करता आ रहा था. लेकिन उसे कामयाबी पिछले साल सितंबर में मिली. कुख्यात गैंगस्टर जितेंद्र उर्फ गोगी अपराध की दुनिया में नाम कमा चुके शातिर अपराधी लॉरेंस बिश्नोई, संपत नेहरा और गैंगस्टर काला जठेड़ी के साथ मिलकर गैंग चला रहा था.

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