कोहरा और शीत लहर कड़ाके की ठंड से लोग बेहाल

Amar Singh for NEWS EXPRESS INDIA

हरिद्वार रविवार को राहत के बाद सोमवार को फिर कोहरा छाने से शहर से लेकर देहात तक जनजीवन प्रभावित रहा। सुबह के समय शहर के अंदर की सड़कों और हाईवे पर वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दोपहर के समय कुछ देर के लिए सूरज के दर्शन हुए और तीन बजे के बाद फिर धुंध छा गई। कड़ाके की सर्दी का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि बाजार देर से खुल रहे और रात को समय से पहले बंद हो रहे हैं। मौसम विभाग ने आज मंगलवार के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।

हरिद्वार में पहाड़ों की तुलना में अधिक ठंड है। सुबह से ही घना कोहरा छा रहा है। शीतलहर की आशंका से मौसम विभाग ने सोमवार के लिए हरिद्वार जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। सोमवार को अधिकतम तापमान 15 डिग्री और न्यूनतम चार डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। ठंड से लोग कंपकंपाते नजर आए। दिन के समय लोग ठंड से बचाव के लिए अलाव और ब्लोअर-हीटर का सहारा लेते नजर आए। शाम ढलने के साथ सड़कों पर आवाजाही कम हो गई। शाम के समय कोहरा फिर छाने लगा और पाला गिरने लगा था। देर रात को तो हाईवे पर कोहरा लगने से कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। मौसम विभाग की ओर से आज भी शीतलहर चलने की आशंका जताई है।

कोहरे और शीत लहर से आम आदमी ही नहीं बल्कि मवेशियों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। पशुपालक अपने मवेशियों को बाहर नहीं बांध पा रहे हैं। कोहरा छाने के कारण पशुपालक खेतों से हरा चारा नहीं ला पा रहे हैं। पशु सूखा चारा खा रहे हैं। ठंड से उनके बीमार होने की आशंका भी बढ़ गई है। पशुपालकों को कहना है कि मवेशियों को स्वस्थ रखने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने पड़ रहे हैं। पशुओं ने दूध भी कम कर दिया है। इससे पशुपालकों की आय भी प्रभावित हो रही है।

बारिश नहीं होने और कोहरा छाने से सबसे ज्यादा सरसों और आलू की फसल को नुकसान होता है। आलू की पत्तियां झुलस जाती हैं और धीरे-धीरे पौधा सूख जाता है। सरसों की फसल पर भी रोग लगने का खतरा बना रहता है। कृषि विज्ञान केंद्र धनौरी के प्रभारी डॉ. पुरुषोत्तम कुमार के मुताबिक आलू की फसल को पाले से बचाने के लिए किसान हल्की सिंचाई कर सकते हैं। किसान संजय, मुल्कीराज, अरविंद, कुर्बान ने बताया कि कोहरा और पाला आलू व सरसों की फसल के लिए नुकसानदेह होगा। गेहूं की फसल को जरूर कोहरे से नुकसान नहीं होता है। जानकारी के अनुसार जनपद में 44500 हेक्टेयर पर गेहूं और 1500 हेक्टेयर पर सरसों की फसल बोई गई है। 75 हजार हेक्टेयर पर गन्ने की फसल उगी है।

हरिद्वार जिले में कोहरा आ रहा है। अभी मुख्य तौर पर जिले में गन्ना, गेहूं और सरसों की फसल बोई गई है। अभी तक तो कोहरे से फसलों पर किसी तरह का असर नहीं पड़ा है। लेकिन मौसम ऐसा ही रहा तो सरसों पर रोग लगने की आशंका बढ़ गई है. सप्ताह पहले खेतों में गेहूं और सरसों की फसल बोई थी। तभी से लगातार कोहरा है। धूप नहीं निकलने से खेतों में नमी काफी अधिक है। फसल उगने में दोगुना समय लग रहा है।

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