भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत कार दुर्घटना में ज़ख़्मी. ऋषभ की कार दिल्ली-देहरादून हाइवे पर शुक्रवार सुबह डिवाइडर से टकरा गई थी.

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देहरादून मैक्स अस्पताल के डॉक्टर आशीष याग्निक ने ऋषभ पंत की चोट के बारे में बताया, “ऋषभ पंत की हालत स्थिर हैं. हड्डी रोग विशेषज्ञ और प्लास्टिक सर्जन समेत डॉक्टरों की टीम उनकी चोट की जांच कर रही है. जांच और इवैलुएशन की कार्रवाई पूरी होने के बाद ही ये पता चल सकेगा कि आगे इलाज की दिशा क्या होगी. इसकी सूचना मेडिकल बुलेटिन के ज़रिए दी जाएगी.”

समाचार एजेंसी एएनआई से हरिद्वार के एसपी देहात स्वपन किशोर ने बताया कि ऋषभ पंत की कार हरिद्वार ज़िले में मंगलौर और नारसन के बीच दुर्घटनाग्रस्त हुई है.

इससे पहले हरिद्वार के एसएसपी अजय सिंह ने बीबीसी को बताया, “सुबह साढ़े पांच से छह बजे के बीच का हादसा हुआ है. ऋषभ पंत की गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई थी. आगे का शीशा टूट गया और वो बाहर निकल गए. प्राथमिक उपचार कराने के बाद लाइफ़ सपोर्ट वाला एंबुलेस मंगा कर उन्हें देहरादून के मैक्स अस्पताल भेज दिया गया है.”

डॉक्टर का कहना है कि शुरुआती जाँच में कोई जानलेवा बात सामने नहीं आई है. कोई इंटरनल इंजरी नहीं है. पैर में चोट आई है. पीठ छिल गई थी. सिर पर भी चोट है. बाक़ी एक्स-रे रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा.”

ऋषभ को माथे पर दो कट लगे हैं, दाएं पैर में लिगामेंट फटने के साथ ही दाईं कलाई, एड़ी और अंगूठे में चोट आई है. इसके साथ ही घिसटने की वजह से उनकी पीठ पर चोटें आई हैं.

देहरादून के मैक्स अस्पताल में ऋषभ की एमआरआई स्कैनिंग की जाएगी जिससे पता चले कि उन्हें कितनी चोटें आई हैं ताकि उनके उपचार की प्रक्रिया शुरू की जा सके.

बीसीसीआई ऋषभ पंत के परिवार के संपर्क में है, और मेडिकल टीम उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों के संपर्क में है.

बोर्ड ये सुनिश्चित करेगा कि ऋषभ पंत को बेहतरीन इलाज मिले ताकि वो इस दुर्घटना से पूरी तरह उबर सकें.

हरिद्वार के एसएसपी अजय सिंह ने बीबीसी हिंदी से बातचीत में कहा था कि दुर्घटना स्थल को देखकर लग रहा था कि एक्सीडेंट के बाद पंत विंड स्क्रीन तोड़कर बाहर निकल गए थे.

डॉक्टर नागर कहते हैं कि शायद इसी वजह से वह बच गए.

बता दें कि एक्सीडेंट के बाद पंत की कार में आग लग गई थी और वह पूरी तरह से जल चुकी है.इसी बीच, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा है कि अगर ज़रूरत पड़ेगी तो उन्हें एयरलिफ़्ट भी किया जाएगा.

हालांकि एक्सरे के बाद पता चला कि हड्डियों में कोई चोट नहीं है. दाएं घुटने में लिगामेंटल इंजरी की बात सामने आई है. उनके घुटने में प्लास्टर लगा दिया गया था और कार्डियक एंबुलेंस में मैक्स भेज दिया गया था.

डॉक्टर नागर ने बताया कि जब तक वह उनके अस्पताल में रहे तब तक ‘वेल ओरिएंटेड’ थे और सिर में चोट का कोई लक्षण नहीं था. डॉक्टर नागर ने जब ऋषभ पंत से पूछा कि कहां से आ रहे थे तो पंत ने जबाव दिया कि “वो दिल्ली से आ रहे थे और मां को सरप्राइज़ देना चाहते थे.”

डॉक्टर नागर ने पूछा कि एक्सीडेंट कैसे हुआ?

इस पर ऋषभ पंत ने जवाब दिया, मुझे याद है कि हल्की सी झपकी लगी थी और फिर…’

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