हरिद्वार पुलिस के हत्थे चढ़ा नाबालिग से दुष्कर्म का आरोपी पूछताछ में मानव तस्कर निकला। अनाथालय में रहा मुस्ताक कादरी कैसे बना बच्चा चोर. पढ़िए पूरी खबर

Rajender Singh for NEWS EXPRESS INDIA

हरिद्वार पुलिस के हत्थे चढ़ा नाबालिग से दुष्कर्म का आरोपी पूछताछ में मानव तस्कर निकला। उसके ऊपर आरोप था कि उसने लक्सर स्टेशन पर मुस्ताक कादरी में एक नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर उसके साथ रेप किया था. सीसी टीवी कैमरा में वीडियो की मदद से यारों की पकड़ा गया था.

उसने दिल्ली व गाजियाबाद से दो बच्चे चुराए और देहरादून व बदायूं में बेचे थे। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने दोनों बच्चे बरामद किए। एक को उसके परिजनों को सौंप दिया गया जबकि दूसरे को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष पेश करने के बाद शिशु निकेतन भेजा जाएगा।

एसएसपी अजय सिंह के अनुसार 21 अगस्त को लक्सर कोतवाली क्षेत्र निवासी महिला की तहरीर पर दर्ज नाबालिग से दुष्कर्म के मामले के खुलासे में जुटी पुलिस ने लक्सर रेलवे स्टेशन से मोहम्मद मुस्ताक कादरी निवासी सिरसौल पट्टी सीताराम बदायूं को पकडा। पूछताछ में उसने नाबालिग से दुष्कर्म स्वीकारा।

उसके पास चाइल्ड लाइन और प्रयास अनाथाल्य दिल्ली के दस्तावेज मिले। इस पर सख्ती बरती गई तो उसने बताया कि उसने एक साल के बच्चे को दिल्ली बस अड्डे और दूसरे डेढ़ साल के बच्चे को गाजियाबाद से चुराकर एक को देहरादून और दूसरे को बदायूं में बेच दिया। दिल्ली से बच्चा चोरी करने के मामले में कश्मीरी गेट थाने में मुकदमा दर्ज है। वहीं गाजियाबाद से चुराए गए बच्चे के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है।

एसएसपी ने बताया कि आरोपित मुस्ताक कादरी ने चाइल्ड हेल्पलाइन और प्रयास अनाथालय दिल्ली के फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे। वह बस और रेलवे स्टेशनों पर लावारिस घूम रहे बच्चों को निशाना बनाता था और चाइल्ड हेल्प लाइन कार्ड के जरिये बच्चों की रैकी करता था।दिल्‍ली में दर्ज है एफआइआर

आरोपित अत्यधिक जरूरतमंद लोगों को बच्चा गोद दिलाने के नाम पर लगभग एक वर्ष के बच्चे को दिल्ली बस अड्डे से और एक बच्चे को गाजियाबाद से चोरी कर उन्हें देहरादून व बदायूं में बेच दिया था। दिल्ली से चोरी बच्चे की एफआइआर भी हुई थी।

हरिद्वार पुलिस के मुताबिक मुस्ताक कादरी ने 5 वर्ष की उम्र में ही अपने बाप की हत्या कर दी थी. इसके बाद मुस्ताक कादरी 5 वर्ष की उम्र में ही अनाथालय में आ गया था अगले कुछ साल अनाथालय में रहते रहते बच्चों को गोद लेने की प्रक्रिया के बारे में भी सीख गया. बच्चा चोरी करने के लिए उसने पहले चाइल्ड हेल्पलाइन और अनाथालय के फर्जी दस्तावेज तैयार किए. इसके लिए  आई कार्ड मोहर बिल आदि तैयार की. इसके बाद जरूरतमंद लोगों को बच्चा गोद दिलाने के लिए बच्चों को चोरी करने लगा. हालांकि मुस्ताक की मां जिंदा है. मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. भीख मांग कर गुजारा करती है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *