ऊधमसिंह नगर और चंपावत जिले के 37 पशु अस्पताल जल्द ही डिजिटल होने जा रहे हैं।कुल 195 कर्मचारियों ने ऑनलाइन ट्रेनिंग ले ली है।

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ऊधमसिंह नगर और चंपावत जिले के 37 पशु अस्पताल जल्द ही डिजिटल होने जा रहे हैं। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से दोनों जिलों के कर्मचारी, अधिकारी व डॉक्टरों की ऑनलाइन ट्रेनिंग भी हो गई है। दोनों जिलों के कुल 195 कर्मचारियों ने ऑनलाइन ट्रेनिंग ले ली है।
नेशनल डिजिटल लाइव स्टॉक मिशन में पायलट प्रोजेक्ट के तहत दोनों जिलों के पशु अस्पतालों को डिजिटल किया जा रहा है। इसके तहत पशुपालन विभाग की ओर से किए जाने वाले कृत्रिम गर्भाधान व हेल्थ मॉड्यूल को डिजिटल किया जाएगा।

खास बात यह होगी की अस्पताल डिजिटल होने के बाद एक क्लिक पर केंद्र व राज्य सरकार सारी जानकारी ले सकेगी। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एसबी पांडेय ने बताया कि पशु अस्पतालों में पशुओं के टैग नंबर डालकर उनका रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। रजिस्ट्रेशन के बाद जिले में पशुओं की संख्या पर भी नजर रहेगी। उन्होंने बताया कि जल्द ही पशु अस्पताल डिजिटल होने वाले हैं।
लंपी वायरस : 35 में से 17 गोवंशीय पशु हुए ठीक
रुद्रपुर। जिले में लंपी स्किन डिजीज (एलएसडी) से संक्रमित 35 में से 17 गोवंशीय पशु ठीक हो गए हैं जबकि 18 पशुओं का इलाज जारी है। जिले में गोवंशीय पशुओं की संख्या 1,33,000 है। इनमें से 1,06,351 पशुओं को गोटपॉक्स का टीका लग चुका है।

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एसबी पांडेय ने बताया कि जिले में यूपी से सटे जसपुर, करनपुर, गदरपुर और सुल्तानपुर पट्टी में ही एलएसडी वायरस से संक्रमित पशु रिपोर्ट हुए हैं। उन्होंने बताया कि एलएसडी वायरस गोवंशीय पशुओं में मक्खी व मच्छरों से फैला है। वायरस को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर गांव में नीम की पत्तियों को जलाकर या धुआं करने से मक्खी व मच्छरों को भगाया जा सकता है। इसके साथ ही इंसानों की तरह गोवंशीय पशुओं की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए उन्हें पौष्टिक खाना या पेट में कीड़े मारने की दवाई खिलाई जा सकती है।

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