रुद्रपुर में जहरीली गैस प्रभावित लोगों के स्वास्थ्य पर है कैसा असर? सहायता कार्यों में किस प्रकार की हुई चूक? जानकारी के लिए पढ़ें पूरी खबर.

Herdyes goswami for NEWS EXPRESS INDIA

जिला अस्पताल रुद्रपुर में जहरीली गैस प्रभावित लोगों की सांस तो नार्मल हो गई है, मगर उनकी धड़कनें तेज हैं। पल्स रेट 70 से 85 तक होना चाहिए, जबकि इससे ज्यादा है, हालांकि मरीजों को ज्यादा दिक्कत नहीं हो रही है। मरीजों के सिर में हल्का भारीपन, पाचन क्रिया में दिक्कत हो रही है।

सांस लेने में कोई परेशानी नहीं हो रही है, मगर पल्स रेट मानक से थोड़ा ज्यादा है। इसलिए कुछ मरीजों को दोबारा चेस्ट का एक्सरे व ब्लड की जांच के लिए नमूने लिए गए हैं। अभी भी गैस का असर मरीजों की सेहत पर है। बताया जा रहा है कि क्लोरीन गैस जब नमी से मिलती है तो ब्लड के जरिये सांस व पल्स रेट को प्रभावित करती है।

गैस रिसाव व अन्य कोई आपदा हाेती है तो फौरन राहत पहुंचाने के लिए जीरो जाेन बनाना पड़ता है। जिससे राहत पहुंचाने में किसी प्रकार की अड़चन न आ सके। मंगलवार को आजाद नगर में जिस गोदाम में गैस रिसाव हुआ था, वहां पर जीरो जोन बनाना चाहिए था। जीरो जाेन न हो पाने के कारण ही गैस सिलिंडर को ले जाने में काफी दिक्कत हुई। इसकी वजह से रास्ता सही नहीं मिला और दूसरे रास्ते में मलबा था। गूगल ने एसडीएम को पहुंचाया अस्पताल

जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों ने बताया कि गैस रिसाव की चपेट में आने से दिमाग काम नहीं कर पा रहा था। गैस रिसाव की चपेट में आए एसडीएम किच्छा ने ड्राइवर को अस्पताल जाने के लिए जिस रास्ते से इशारा किया तो ड्राइवर उसी रास्ते से चलने लगा।

ड्राइवर को जब लगा कि गलत रास्ते से जा रहे हैं तो उसने एसडीएम को बताया। इस पर एसडीएम ने ड्राइवर से गूगल मैप के माध्यम से अस्पताल चलने को कहा। क्योंकि उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें। तब सबकुछ धंधला दिखाई दे रहा था। ड्रावइर ने गूगल मैप से एसडीएम काे जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां पर उन्हें समय से इलाज मिल सका।

केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट बुधवार को जिला अस्पताल में मरीजों का हाल जानने पहुंचे। उन्होंने कहा कि गैस रिसाव के मामले को सरकार व प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। जल्द उद्यमियों के साथ बैठक कर गैस रिसाव सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा करेंगे।

उन्होंने माना कि गैस रिसाव के समय लोगों को बचाने गए अफसरों व कर्मचारियों के पास ब्रीदिंग आपरेटर सिस्टम होना चाहिए था। इन चीजों के इंतजाम कराए जाएंगे। गैस रिसाव मामले की जांच कराई जा रही है। जांच के आधार पर कार्रवाई होगी।

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