Rajender Singh for NEWS EXPRESS INDIA
उत्तराखंड, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, रायलसीमा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और केरल और माहे में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है.
उत्तराखंड में मानसून की वर्षा आफत बन गई है। शुक्रवार शाम से प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में मूसलधार वर्षा का क्रम शनिवार शाम तक बना रहा। इस दौरान चारधाम समेत दर्जनों मार्गों पर मलबा आने से आवाजाही ठप रही। नदी-नालों में उफान आने के कारण आसपास के क्षेत्रों को खतरा पैदा हो गया।वहीं, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चंपावत, नैनीताल, पिथौरागढ़, बागेश्वर में अगले 24 घंटे में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। इन सभी जिलों में ज्यादातर इलाकों में तेज गर्जना के साथ भारी से बहुत अधिक बारिश की संभावना है।
बदरीनाथ हाईवे घंटों बंद रहा, यहां 100 से अधिक तीर्थयात्री फंस गए। जिन्हें एसडीआरएफ ने रेस्क्यू कराया। यमुनोत्री धाम की यात्रा बार-बार मार्ग अवरुद्ध होने के चलते दो दिन के लिए रोक दी गई है। मौसम विभाग की ओर से आज भी ज्यादातर क्षेत्रों में भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में हुई भारी वर्षा से जनजीवन प्रभावित है। खासकर पर्वतीय जिलों में दर्जनों गांव का संपर्क मुख्यालयों से कट गया है। प्रदेशभर में करीब 200 छोटे-बड़े मार्ग अवरुद्ध हैं। गंगोत्री हाईवे बंदरकोट के पास तीन घंटे अवरुद्ध रहा, वहीं लामबगड़ नाले के पास बदरीनाथ हाईवे 19 घंटे बाद खुल सका। हालांकि चार घंटे बाद शाम 4:50 बजे हाईवे फिर बाधित हो गया।