अगर आप पर्यटक के तौर पर उत्तराखंड आ रहे हैं,इन शहरों में मास्क लगाएं वरना भारी जुर्माना, जानकारी के लिए पढ़ें नए नियम क्या है?

VSCHAUHAN for NEWS EXPRESS INDIA

अगर आप पर्यटक के तौर पर नैनीताल आ रहे हैं और बगैर मास्क के पाए या पकड़े जाते हैं, तो आपकी जेब पर भारी बोझ पड़ेगा. सिर्फ पर्यटकों ही नहीं, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी यह नियम लागू किया गया है. कोविड की चौथी लहर के खतरे के बीच उत्तराखंड में अब सख्ती का आलम दिखना शुरू हुआ है. सरकार ने कह दिया है कि उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत पड़ोसी राज्यों से आने वाले पर्यटक या तीर्थ यात्रियों के कोविड टेस्ट करवाने की व्यवस्था की जाएगी.

पहले चार धाम यात्रा को लेकर बात करें तो 3 मई से यात्रा शुरू होने जा रही है. इस बार चूंकि भारी संख्या में यात्रियों के आने की संभावनाएं हैं इसलिए संक्रमण का खतरा भी दिख रहा है. ऐसे में राज्य सरकार कोरोना जांच अनिवार्य कर रही है और जल्द ही पर्यटकों को राज्य के बॉर्डर पर कोविड जांच करवाना होगी. इधर, नैनीताल ज़िला प्रशासन ने बढ़ते पर्यटन को देखते हुए मास्क पहनना अनिवार्य करते हुए गुरुवार से यह नियम लागू कर दिया. नियम तोड़ने पर 500 से 1000 रुपये तक का जुर्माना लगेगा.

टूरिस्ट और लोकल सभी चाहते हैं सुरक्षा
पुलिस ने बाजारों में जाकर दुकानदारों और पर्यटकों व स्थानीय लोगों से मास्क पहनने की अपील की. नैनीताल पहुंची चंडीगढ़ की आशिमा ने कहा कि मास्क ज़रूरी है क्योंकि भीड़ यहां आ रही है. दूसरी लहर ने सबको डरा दिया था और कई लोगों की जान गई थी इसलिए सावधानी ही बचाव है. स्थानीय नरेंद्र बिष्ट कहते हैं कि कोरोना चेक बॉडर्स पर हो ताकि शहर सुरक्षित रह सके. वहीं, देवीधुरा के प्रधान धर्मेंद्र रावत ने स्कूलों में बच्चों के टीकाकरण अभियान की पैरवी की क्योंकि चौथी लहर में बच्चों को ज़्यादा खतरा होने की आशंका जताई गई है.

दिल्ली ने बढ़ाई नैनीताल में चिंता..
दरअसल गर्मी के दौरान दिल्ली समेत अन्य महानगरों में कोविड के मामले तेज़ी से सामने आ रहे हैं. दूसरी तरफ, इन्हीं स्थानों से बड़ी संख्या में पर्यटक पहाड़ों में पहुंच रहे हैं. इसे देखते हुए नैनीताल में मास्क अनिवार्य किया गया है. नैनीताल में तल्लीताल के साथ पंत पार्क व हिमालय दर्शन के आसपास पुलिस ने निगरानी रखने का दावा किया है.

गौरतलब है कि गर्मी के दौरान नैनीताल के रामगढ़, मुक्तेश्वर, भीमताल, सातताल समेत रामनगर, हल्द्वानी व कालाढुंगी के पर्यटन स्थलों पर भीड़ उमड़ती है. हिल स्टेशनों पर मेले जैसा माहौल होता है. हालांकि नैनीताल डीएम का कहना है कि नैनीताल में पर्यटन के साथ ही कोविड से निपटने के इंतज़ाम भी करने हैं. अगर मामले बढ़ेंगे तो नियमों को और कठोर किया जा सकता है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *