कोरोना के नए वेरिएंट को देखते हुए विदेश से देहरादून आए 14 लोगों को होम आइसोलेशन में रहने के निर्देश.जिले की सीमाओं पर भी कोरोना जांच की जाएगी।

VS CHAUHAN for NEWS EXPRESS INDIA

कोरोना के नए वेरिएंट को देखते हुए विदेश से देहरादून आए 14 लोगों को होम आइसोलेशन में रहने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें 15 दिन के लिए होम आइसोलेशन में रहना होगा। इन सभी के सैंपल आरटीपीसीआर जांच के लिए भेजे गए हैं। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम उनकी निगरानी कर रही है।

जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज उप्रेती ने बताया कि नई दिल्ली से 25 ऐसे लोगों की सूची भेजी गई थी, जो हाल ही में विदेश से लौटे हैं। इनमें से 14 लोग देहरादून जिले के हैं। छह लोग ऐसे हैं जो दक्षिण अफ्रिका से लौटे हैं। इन सभी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। केंद्र और शासन से मिले दिशा-निर्देशों के क्रम में सभी 14 लोगों को होम आइसोलेशन में रहने के लिए कहा गया है। साथ ही उनके संपर्क में आए लोगों का भी पता किया जा रहा है। जिसके बाद उनका भी आरटीपीसीआर जांच के लिए सैंपल लिया जाएगा।

एयरपोर्ट पर आज, आशारोड़ी चेक पोस्ट पर बुधवार से होगी कोरोना जांच 
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते अब बाहर से आने वालों की विशेष निगरानी शुरू की जा रही है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन बस अड्डों समेत दूसरे राज्यों से लगती जिले की सीमाओं पर भी कोरोना जांच की जाएगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज उप्रेती ने बताया कि जिले में मंगलवार से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर कोरोना की आरटीपीसीआर और एंटीजन जांच शुरू कर दी जाएगी। इसके अलावा बुधवार से आशारोड़ी चेक पोस्ट पर भी जांच शुरू की जाएगी।

डॉ. उप्रेती ने बताया कि इसी तरह रेलवे स्टेशन, बस अड्डों पर भी फिलहाल रेंडम जांच शुरू की जाएगी। जिनके पास 72 घंटे की आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट होगी, उनकी जांच नहीं की जाएगी। सीएमओ डॉ. उप्रेती ने लोगों से अपील की है कि जिन लोगों ने कोरोना का पहला और दूसरा टीका नहीं लगाया है, वह जरूर लगा लें। साथ ही भीड़भाड़ से बचें और कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करें।

सीएमओ दफ्तर में वार रूम तैयार

कोरोना के बढ़ते मामलों और नए स्वरूप को देखते हुए जिला प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ानी शुरू कर दी है। जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में भी वार रूम तैयार कर लिया गया है। जिले में लगती दूसरे राज्य की सीमाओं पर एंटीजन, आरटीपीसीआर जांच, कांट्रेक्ट ट्रेसिंग, डॉक्टरों, कर्मचारियों की उपलब्धता से लेकर अस्पतालों में बेड आदि के संसाधनों की समीक्षा की जा रही है। जहां से पूरे जिले के अस्पतालों और संबंधित स्टाफ को दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं।
पीएम की रैली के लिए भी आरटीपीसीआर जांच
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंच पर और साथ में रहने वाले नेताओं और सुरक्षाकिर्मियों की भी आरटीपीसीआर जांच की जाएगी। निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें प्रधानमंत्री की रैली में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा बाहर से आने वाले सभी कोरोना संक्रमितों की जीनोम सिक्वेंसिंग भी की जाएगी। राजकीय दून मेडिकल कॉलेज की लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग शुरू की जा चुकी है। इससे पहले सैंपल जांच के लिए नई दिल्ली भेजने पड़ते थे।

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