व्यापार संघ बाजार खुलने की मांग को लेकर आज सांकेतिक धरना15 जून को देगा।

रिपोर्टर ,,,,,सतीश कुमार मसूरी ।

मसूरी। लॉकडाउन के बाद अब कोरोना कर्फ्यू में लगातार बाजार बंद होने से परेशान व्यापारियों का सब्र का बांध टूटने लगा है तथा व्यापारियों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। वर्तमान स्थिति के बीच प्रदेश सरकार को कोई रास्ता निकालने का प्रयास करना चाहिए। मसूरी टेªडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन ने एसडीएम को ज्ञापन देकर मांग की है कि मसूरी में सभी दुकानों को दूध व सब्जी की तरह खुलने का आदेश करे इसी को लेकर व्यापारी कल 15 जून को सांकेतिक धरना भी देंगे।
व्यापार संघ के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने बताया कि बाजार बाजार बंद करने से व्यापारियों के सामने किराया, भरणपोषण और बिजली पानी तक का भुगतान करने के लिए पैसे नहीं हैं। व्यापारी हमेशा पुलिस, प्रशासन और सरकार के साथ खड़े रहे, लेकिन शासन-प्रशासन को भी अब व्यापारियों के हित पर मंथन करना चाहिए। वर्तमान में कोरोना संक्रमण के सामान्य होने पर सभी दुकानों को खोले जाने की मांग है। इसी संदर्भ में सरकार को जगाने के लिए व्यापारी 15 जून को सांकेतिक धरना अपने घरों व प्रतिष्ठान पर देंगे। वहीं व्यापार संघ ने तीन ज्ञापन एसडीएम को दिये है। एक ज्ञापन में मांग की गई है कि आवश्यक वस्तु व् सेवाओं का विशेष ध्यान रखते हुए परचून व् राशन की दुकानों को भी सुबह फल-सब्जी की दुकानों के साथ खोलने की अनुमति निर्धारित समय के अनुसार मिले साथ साथ हेयर कट्टींग व् ब्यूटी पार्लर, जूतों, कपड़ों, मैकेनिक, हार्डवेयर, प्लम्बर, इलेक्ट्रिकल शॉप, गिफ्ट शॉप, कंप्यूटर संबंधित, आदि सभी दुकानों को सप्ताह में कम से कम पांच दिन समय अनुसार खुलने की अनुमति दें जिससे की सभी व्यापारियों का कार्य चलता रहे व् बिगड़ती अर्थ व्यवस्था को थोड़ा सँभालने का मौका मिले। नागरिकों को रोजगार मिले व साथ साथ में मसूरी के सभी नागरिकों को सभी सुविधायें भी मिल सकें। दूसरे ज्ञापन में कहा गया है कि 18 वर्ष से अधिक नागरिकों के लिये सिर्फ एक ही टीकाकरण केंद्र है जिसमे सिर्फ अधिकतम 200 व्यक्तियों को ही टीका लग सकता है। पर्यटन पर निर्भर शहर मसूरी में जल्द से जल्द सभी का टीकाकरण होना अनिवार्य है जिससे कि अर्थ व्यवस्था का सुधार हो सके व बेरोजगारी कम हो सके।मांग की गई कि क्षेत्र में कम से कम 4 टीकाकरण केंद्र खोले जायें जिनमे प्रतिदिन 400 नागरिकों को कोविड टीके की मुफ्त सेवा प्रदान हो। वहीं कर्मचारी राज्य बीमा निगम, कर्मचारियों को रोजगार के दौरान लगी चोट, बीमारी, मृत्यु, अपंगता आदि जैसे हालातों में नकद हितलाभ तथा उचित चिकित्सा सुविधा जैसी व्यापक सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने वाला एक अग्रणी सामाजिक सुरक्षा संगठन है। कोविद संक्रमण के चलते समस्त नागरिकों को स्वास्थ्य चिंतन रहना स्वाभाविक है। इससे कर्मचारी वर्ग भी अछूता नहीं है, कर्मचारी वर्ग सदा ही सबसे आगे रहकर देश की उन्नति में भागीदार रहता है व इन की सुरक्षा हम सब की जिम्मेदारी भी है। मांग की गई कि समस्त पंजीकृत कर्मचारी राज्य बीमा निगम, कर्मचारियों को जल्द से जल्द निगम में पंजीकृत हॉस्पिटल में कोविद टीकाकरण करवाने की व्यवस्था की जाय। जिसका भुगतान निगम द्वारा स्वयं ही किया जाये जिससे की इसका वित्तीय बोझ सीधा सरकार पर न पड़े। जिन कर्मचारियों का पंजीकरण कर्मचारी राज्य बीमा निगम में नहीं है उन सभी का भी कोविद टीकाकरण जल्द से जल्द होना चाहिए। ज्ञापन देने वालों में व्यापार संघ अध्यक्ष रजत अग्रवाल कोषाध्यक्ष नागेद्र उनियाल आदि शामिल थे ।

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