गौरव अग्रवाल की रिपोर्ट
कोरोनाकाल में अस्पतालों में बंद की गई ओपीडी को शासन द्वारा पुन : शुरू करने के आदेश के बाद आज मेरठ ज़िला अस्पताल में ओपीडी खोल दी गई,सुबह से ही मरीज और तीमारदारों की भीड़ ओपीडी पर जमा हो गई ,मेरठ और दूर-दराज से आये तीमारदारों ने पर्ची भी बनवा ली लेकिन दोपहर तक भी ओपीडी पर कोई डॉक्टर नही पहुँचा ,इससे इलाज के लिए डॉक्टरों से परामर्श लेने आये मरीज और तीमारदारो का गुस्सा फूट पड़ा ,ज़िला अस्पताल में मौजूद अन्य डॉक्टरो के साथ मरीजो की खासी नोंकझोंक हुई । तीमारदारों और मरीजो का आरोप है कि किसी भी तरह की ओपीडी पर कोई डॉक्टर मौजूद नही है जबकि सुबह से सब काम छोड़कर वो अस्पताल में चिकित्सक के पास परामर्श लेने पहुँचे थे । दोपहर तक लोगो डॉक्टरो का इंतज़ार करते रहे लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी ।
वहीं इस मामले में जब सीएमओ से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि सिर्फ सर्जीकल वार्ड की ओपीडी खोलने के आदेश दिए गए थे ,लेकिन के चलते कन्फ्यूज़न की स्तिथि पैदा हो गई और मरीज व तीमारदार परेशान हो गए । उन्होंने कहा कि जल्द ही इस स्थित को दुरुस्त कर लिया जाएगा ।
भले ही सीएमओ ने कहा कि सर्जीकल वार्ड की ओपीडी शुरू की गई लेकिन सर्जीकल वार्ड में ओपीडी के लिए आये मरीज भी हलकान दिखे क्योंकि वहां भी कोई चिकित्सक नही पहुँचा । बहरहाल सरकारी अस्पताल में बेहतर इलाज के सरकार के दावों की उनके ही नुमाइंदे पोल खोल दी रहे हैं जिसका असर मरीजो पर पड़ रहा है.