उत्तराखंड में कोविड-19 कोरोना महामारी के चलते निजी स्कूल सिर्फ ट्यूशन फीस लेंगे शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश. जानकारी के लिए पढ़िए पूरी खबर.

वीएस चौहान की रिपोर्ट

देहरादून: स्कूल बंद रहने के बावजूद पूरा शुल्क जमा कराने का दबाव बना रहे निजी स्कूलों की मनमानी से अभिभावकों को सरकार ने राहत दे दी है। विद्यालय बंद रहने की अवधि में आनलाइन अथवा अन्य संचार माध्यमों से पढ़ाई कराने वाले निजी स्कूल अब केवल ट्यूशन फीस ही ले पाएंगे। रविवार को शासन ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए। इसके अलावा उत्तराखंड बोर्ड की चार मई से 22 मई तक प्रस्तावित 12वीं की परीक्षा स्थगित कर दी गई है, जबकि 10वीं की परीक्षा को निरस्त किया गया है। इस बारे में फैसला पहले ही ले लिया गया था, मगर आदेश रविवार को हुए।पिछले वर्ष कोरोना संकट को देखते हुए विद्यालय बंद रहने के कारण स्कूलों में आनलाइन पढ़ाई हुई थी। इसे देखते हुए सरकार ने छात्र-छात्राओं से सिर्फ ट्यूशन फीस लेने के आदेश दिए थे। इस बार भी परिस्थितियां पिछले साल जैसी हो गई हैं। नतीजतन प्रदेशभर में सभी शिक्षण संस्थानों को बंद किया गया है। अधिकांश संस्थान आनलाइन माध्यम से पढ़ाई जारी रखे हुए हैं। इस बीच शासन के संज्ञान में जानकारी आई कि कुछ निजी स्कूल अभिभावकों पर बच्चों की पूरी फीस जमा कराने का दबाव बना रहे हैं। शासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए निजी स्कूलों के लिए शुल्क से संबंधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं।सचिव विद्यालयी शिक्षा आर मीनाक्षी सुंदरम की ओर से जारी आदेश के मुताबिक आनलाइन पढ़ाई कराने पर ट्यूशन फीस के अलावा अन्य किसी प्रकार का शुल्क अभिभावकों से नहीं लिया जाएगा। आनलाइन पढ़ाई का लाभ लेने के बावजूद शुल्क देने में असमर्थ बच्चों के अभिभावक कारणों का उल्लेख करते हुए संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य अथवा प्रबंध समिति से शुल्क जमा कराने के लिए अतिरिक्त समय का अनुरोध कर सकते हैं। किसी भी परिस्थिति में छात्रों को शुल्क जमा करने में हुए विलंब के कारण स्कूल से निकाला नहीं जाएगा। ये आदेश सभी निजी और डे-बोर्डिंग स्कूलों पर भी समान रूप से लागू होंगे।एक जून को घोषित होंगी 12वीं की परीक्षा की नई तिथियांशासन ने उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के संबंध में भी अब आदेश जारी किए हैं। इसके मुताबिक स्थगित की गई 12वीं की बोर्ड परीक्षा के सिलसिले में एक जून को परिस्थितियों का मूल्यांकन करने के बाद नई तिथियां घोषित की जाएंगी। इसके अलावा निरस्त की गई 10वीं की परीक्षा का परिणाम घोषित करने के लिए उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद द्वारा वस्तुनिष्ठ मानदंड पृथक से तैयार किए जाएंगे। इसके आधार पर दिए गए अंकों से विद्यार्थी संतुष्ट नहीं होता है तो परिस्थितियां सामान्य होने पर परिषद द्वारा यदि कोई परीक्षा कराई जाती है तो वह उसमें शामिल होने के लिए आवेदन कर सकता है।

घर से ही आनलाइन पढ़ाएंगे शिक्षकविद्यालय बंद रहने के कारण शिक्षक अब घर से ही आनलाइन अध्यापनकार्य करेंगे। इसके जरूरी व्यवस्थाएं संबंधित विद्यालय सुनिश्चित कराएंगे, ताकि कोरोना संक्रमण की संभावना को न्यून किया जा सके। सचिव विद्यालयी शिक्षा ने ये आदेश जारी किए हैं। इसके मुताबिक कतिपय विद्यालयों में शिक्षकों को आनलाइन शिक्षण कार्य के लिए विद्यालयों में उपस्थित होने को बाध्य करने की जानकारी सामने आई है। इससे कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन होने की संभावना है। अब विद्यालय इसके लिए शिक्षकों को बाध्य नहीं कर पाएंगे।

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