ब्यूरो स्टेट
उत्तराखंड सरकार की कोशिशें सफल हुई तो अब शीघ्र ही देहरादून, ऋषिकेश व हरिद्वार के बीच नियो मेट्रो दौड़ेगी। केंद्र सरकार द्वारा 20 लाख से कम आबादी वाले शहरों के लिए लांच की गई रबड़ के टायरों पर चलने वाली तीन कोच की नियो मेट्रो की परिधि में उत्तराखंड में प्रस्तावित मेट्रो परियोजना भी आती है। अब इसी हिसाब से कदम उठाए जा रहे हैं। शहरी विकास एवं आवास मंत्री बंशीधर भगत की अध्यक्षता में शुक्रवार को विधानसभा में हुई समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई। कैबिनेट मंत्री भगत ने मेट्रो कारपोरेशन के अधिकारियों को विभिन्न स्तर पर होने वाली औपचारिकताएं तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए, ताकि इसी साल से परियोजना का निर्माण कार्य प्रारंभ हो सके।
कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत के अनुसार बैठक में मेट्रो कारपोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि परियोजना के कार्यों का मेट्रोपोलिटन एरिया तय किया जा चुका है। विस्तृत आवागमन प्लान तैयार करने के साथ ही डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार की जा चुकी है। जल्द ही मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाले बोर्ड की बैठक में इसका अनुमोदन किया जाएगा। फिर शासन द्वारा यह डीपीआर केंद्र को भेजी जाएगी। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने मध्यम शहरों के लिए नियो मेट्रो रेल का कांसेप्ट अनुमोदित किया है। उत्तराखंड की परियोजना भी इसी परिधि में आती है।
इस मेट्रो की लागत परंपरागत मेट्रो की निर्माण लागत से 40 फीसद तक कम आती है। साथ ही इसमें स्टेशन परिसर के लिए बड़ी जगह जरूरत नहीं पड़ती।नक्शे पास करने में दिक्कत नहीं होगी इस संबंध में शहरी विकास एवं आवास मंत्री ने बताया कि विकास प्राधिकरणों के मामले में सरकार ने फिलहाल वर्ष 2016 से पहले की स्थिति बहाल की है। 2016 के बाद जो क्षेत्र प्राधिकरणों के दायरे में आए हैं, उन्हें प्राधिकरण की परिधि में शामिल करने से स्थगित रखा गया है।