विपिन कुमार की रिपोर्ट
उत्तराखंड के हरिद्वार में गुरुवार शाम एक ट्रेन से 4 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। लक्सर-हरिद्वार रेलवे लाइन का दोहरीकरण होने के बाद लक्सर से हरिद्वार के लिए तेज स्पीड ट्रेन का ट्रायल चल रहा था। इस दौरान जमालपुर कलां रेलवे फाटक के पास रेलवे लाइन पर मौजूद 4 लोग तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आ गए। चारों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि मृतकों के शरीर के अंग 100 मीटर दूर तक छिटककर जा गिरे।
दुर्घटना के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। घटना की सूचना पाते ही स्थानीय पुलिस और रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची और क्षत-विक्षत शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। अडिशनल एसपी जीआरपी मनोज कात्याल ने बताया कि अभी तक शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। मौके पर पहुंचे स्थानीय विधायक स्वामी यतिस्वरानंद ने दुर्घटना पर रेलवे को दोषी ठहराया।
स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि लंबे समय से लाइन पर दोहरीकरण का काम चल रहा था। इस दौरान ट्रेन की आवाजाही कम थी। आज अचानक तेज रफ्तार ट्रेन ट्रायल के लिए चला दी गई। अगर इसके लिए क्षेत्र में अनाउंसमेंट किया जाता तो यह दुर्घटना नहीं घटती। गौरतलब है कि लक्सर से हरिद्वार के लिए अभी तक सिंगल रेलवे ट्रैक था। हाल ही में रेलवे ट्रैक को डबल किया गया है।
गुरुवार को लक्सर से हरिद्वार के लिए डबल ट्रैक के ट्रायल के लिए 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन चलाई गई। डबल ट्रैक पर ट्रेन का ट्रायल सफल रहा। हालांकि तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आने से 4 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने हरिद्वार के जिलाधिकारी को हादसे के मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।