प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुरुवार को बुद्ध पूर्णिमा के एक कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भाग लेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक, इस कार्यक्रम का आयोजन कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं के सम्मान में किया जा रहा है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मुख्य भाषण देंगे। इस कार्यक्रम में दुनिया भर के बौद्ध संघों के प्रमुख भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू भी भाग लेंगे।
पीएमओ की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि देश का संस्कृति मंत्रालय अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (International Buddhist Confederation, IBC) के सहयोग से दुनिया भर के बौद्ध संघों के प्रमुखों की भागीदारी के साथ एक वर्चुअल प्रार्थना कार्यक्रम (Virtual Prayer Event) आयोजित कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी इस कार्यक्रम में मुख्य भाषण देंगे। इस मौके पर पवित्र लुम्बिनी गार्डन नेपाल, महाबोधि मंदिर बोधगया, मूलगंध कुटी विहार सारनाथ, परिनिर्वाण स्तूप कुशीनगर के साथ साथ अनुराधापुरा स्तूप परिसर श्रीलंका और नमो स्तूप नेपाल के साथ साथ अन्य प्रसिद्ध बौद्ध स्थलों से प्रार्थना सभाओं की लाइव स्ट्रीमिंग भी होगी।
बता दें कि पीएम मोदी ने बुधवार को इथियोपिया के प्रधानमंत्री डॉ. अबिय अहमद अली के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। इस बातचीत में उन्होंने इथियोपिया को जरूरी दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने और कोरोना महामारी के अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभावों को कम करने में सहयोग का भरोसा दिया। पीएमओ ने बताया कि इस बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और इथियोपिया के बीच घनिष्ठ संबंधों और उत्कृष्ठ साझेदारी पर जोर दिया। दोनों नेताओं ने कोरोना के चलते घरेलू, क्षेत्रीय एवं वैश्विक चुनौतियों पर भी बात की।
उल्लेखनीय है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत वैश्विक स्तर पर अपनी ऐतिहासिक भागीदारी को दर्ज करा रहा है। भारत अमेरिका, ब्रिटेन और इजराइल समेत दुनिया के तमाम देशों को दवाएं और विशेषज्ञ उपलब्ध करा रहा है। यही नहीं कोरोना के खिलाफ देश में जारी लड़ाई में फ्रंटलाइनर योद्धाओं के मनोबल को बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। बीते दिनों तीनों सेनाओं ने एकसाथ कोरोना से अग्रिम मोर्चे पर जंग लड़ने वाले योद्धाओं को अनूठी सलामी दी थी। वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने देश की चारों दिशाओं से फ्लाई पास्ट उड़ान भरकर कोरोना डेडिकेटेड अस्पतालों पर फूलों की बारिश की थी।