SAURABH CHAUHAN for NEWS EXPRESS INDIA
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड ने अपने पांच लाल खो दिए।कठुआ में सेना के एक काफ़िले पर हमला हुआ था. मारे गए सभी सैनिक ‘गढ़वाल राइफ़ल्स’ के थे.जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले की खबर के बाद से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है। हर किसी की आंख नम है।
सभी सैनिकों का शव मंगलवार को उत्तराखंड के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुँचा. यहाँ राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद थे.
भारतीय सेना के एडिशनल डायरेक्टर जनरल, जन संपर्क ने अपने ट्वीट पर इन सैनिकों को श्रद्धांजली देते हुए लिखा है कि भारतीय सेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और इस दुःख की घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आतंकी हमले में पांच जवानों के वीरगति को प्राप्त होने पर सीएम धामी ने कहा कि यह हम सभी प्रदेशवासियों के लिए अत्यंत पीड़ा का क्षण है क्योंकि हमने भाई और बेटा भी खोया है। हमारे रणबाँकुरों ने उत्तराखंड की समृद्ध सैन्य परंपरा का पालन करते हुए मां भारती के चरणों में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया है
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने कहा कि जम्मू कश्मीर में सेना के क़ाफ़िले पर आतंकवादियों द्वारा किए प्राणघाती हमले में देवभूमि उत्तराखंड के पांच जवानों के शहीद होने पर प्रदेश अध्यक्ष बीजेपी महेंद्र भट्ट ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए सवेंदना व्यक्त की है ।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि यह कायराना घटना है। मैं शहीदों को शत शत नमन करता हूं। उनकी शहादत खाली नहीं जाएगी। उनसे शहीदों की शहादत का बदला लिया जाएगा।
देवप्रयाग विधायक बलिदानी आदर्श नेगी के घर पहुंचे। परिजनों को सांत्वाना देने के साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री एवं सांसद बलूनी से परिजनों की वार्ता कराई। कहा इस दुख की घड़ी में पूरा प्रदेश एवं देश आपके साथ है।
पूरी डागर पट्टी में शोक की लहर है। लोग बलिदानी के घर पहुंच रहे हैं।
बलिदानी राइफलमैन अनुज नेगी का परिवार रखती खाल विकासखंड के डाबरिया गांव में रहता है। बलिदानी के दो भाई-बहन है। पिता भारत सिंह वन विभाग में दैनिक श्रमिक के पद पर काम करते हैं। जबकि मां सुमित्रा देवी गृहणी है। ग्राम प्रधान नंदन सिंह ने बताया कि बलिदानी अनुज की शादी बीते साल नवंबर माह में हुई थी।
टिहरी जाखणीधार ब्लॉक के चौंड-जसपुर निवासी विनोद सिंह (33) ने भी कठुआ में हुए आतंकी हमले में अपना बलिदान दे दिया। ग्राम प्रधान कीर्ति सिंह कुमाई ने बताया कि वीर सिंह भंडारी, शशि देवी के पुत्र विनोद सिंह 10 वीं गढ़वाल राइफल में तैनात थे। वर्तमान में उनका परिवार भानियावाल देहरादून में रहता हैं। विनोद 2011 में सेना में भर्ती हुए थे। वह घर के इकलौते बेटे थे। विनोद का चार साल का बेटा और चार माह की बेटी है। डेढ़ माह पहले ही वह घर भानियावाला आए थे। गांव में यह सूचना मिलते ही कोहराम मच गया। विनोद सिंह के पिता वीर सिंह भंडारी पूर्व सैनिक है और वह तीन बहनों के इकलौता भाई थे।
रुद्रप्रयाग जखोली ब्लाक के कांडा-भरदार निवासी नायब सूबेदार आनन्द सिंह रावत ने देश के लिए अपना बलिदान दे दिया। 41 वर्षीय सेना के जवान का परिवार देहरादून में रहता है। सेना द्वारा शहीद के गांव और परिवार को सूचना दे दी गई
पौड़ी जिले के रिखणीखाल विकासखंड के पापड़ी गांव पोस्ट धामधार के निवासी कमल सिंह तीन बहनों के इकलौते भाई थे। उनके पिता का काफी साल पहले निधन हो गया था। गांव के घर में मां सुमति देवी, पत्नी रजनी देवी अपनी तीन व पांच साल की बेटियों के साथ रहती हैं। इसी साल कमल सिंह ने बच्चों को पढ़ाने के लिए कोटद्वार में किराए पर मकान लिया था। जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले की सूचना मिलते ही उनका परिवार मंगलवार तड़के गांव के लिए रवाना हो गया।