Herdyes ballabh goswami for NEWS EXPRESS INDIA
उत्तराखंड में मॉनसून की बारिश से बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें हल्द्वानी में एक नाला उफान पर है। उसका पानी सड़क पर तेजी से बह रहा है। बाइक से सड़क पार कर रहा एक शख्स बाइक समेत बहने लगा था। इसी तरह रविवार को मूसलाधार बारिश के कारण जिला चंपावत-बनबसा क्षेत्र में नदी किनारे फंसे 24 लोगों को एसडीआरएफ ने रेस्क्यू किया।
उधम सिंह नगर जिले में भी बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। 24 घंटे से हो रही बारिश से पारा भले ही लुढ़क गया हो लेकिन नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। इसके चलते कुमाऊं के कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गये हैं। लोगों को इन क्षेत्रों से रेस्क्यू करने में एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस प्रशासन, सेना और एनडीआरएफ जुटी हुई है।
मौसम विभाग ने 9 जुलाई तक के लिए कुमाऊं में रेड अलर्ट जारी कर रखा है। लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। उधर खटीमा में भी बारिश का दौर थम नहीं रहा है। जिसके चलते नदी नाले उफान पर हैं और बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। जल भराव की समस्या को देखते हुए खेतलसंडा गांव के सात परिवारों के 25 लोगों को प्राथमिक स्कूल में बनाए गए राहत शिविर में रखा गया है।
तेज बारिश के कारण मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के घर को जाने वाली सड़क पर सुखापुल गांव में एक झोपड़ी पर पेड़ गिर गया। जिसमें एक महिला और उसके दो बच्चे थे लेकिन वह बाल-बाल बच गए। खटीमा क्षेत्र के चकरपुर में एसडीआरएफ की टीम ने जल भराव वाले क्षेत्र से 100 से भी अधिक लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। यहां फंसे लोगों को निकालने के लिए एसडीआरएफ पूरी रात रेस्क्यू अभियान में जुटी रही।
रेस्क्यू अभियान को तेजी से चलाने और बाढ़ में फंसे हुए लोगों को जल्द रेस्क्यू करने के लिए ऋषिकेश से बैकअप टीम भी सोमवार को उधम सिंह नगर पहुंच गई। वहीं चंपावत के बनबसा से सोमवार दोपहर तक 110 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। एसडीआरएफ की पांच टीमें रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई हैं। हालात को देखते हुए एसडीआरएफ के साथ ही सेना और एनडीआरएफ की टीम भी रेस्क्यू कार्य में लग गई हैं।
उधर उधम सिंह नगर के अरविंद नगर सितारगंज से एसडीआरएफ ने जल भराव वाले क्षेत्र में राफ्ट के माध्यम से 59 लोगों को सकुशल प्राथमिक विद्यालय में बने शिविर में पहुंचाया है। टनकपुर के जगपुरा क्षेत्र में भी देर रात कुछ लोग बाढ़ के पानी में फंस गए थे। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और राफ्ट के जरिए 30 महिलाओं, बच्चों और पुरूषों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।