Gaurav Agarwal for NEWS EXPRESS INDIA
उत्तर प्रदेश में सीएम योगी की सरकार ने माफियाओं को सबक सिखाया है. कई साल से अपराध और सियासी रसूख रखने वाले माफियाओं को योगी सरकार ने ठीक कर दिया है. सहारनपुर जिले के एक ऐसे खनन माफिया हाजी इकबाल पर भी ईडी ने कार्रवाई कर 4440 करोड़ रुपयों की संपत्ति जब्त कर ली है. हाजी इकबाल लंबे समय से फरार चल रहा है और ..इससे पहले की सरकारों ने हाजी इकबाल पर कार्रवाई करने से किनारा किया था.
पश्चिम यूपी में खनन माफिया के नाम से मशहूर पूर्व बसपा एमएलसी हाजी इकबाल उर्फ बाला की ED ने करीब 4440 करोड़ रुपए की 121 एकड़ संपति को अटैच कर दिया है. बता दें कि इस संपति पर हाजी इकबाल गैंग द्वारा ग्लोकल यूनिवर्सिटी का निर्माण कराया था.
इस यूनिवर्सिटी में करीब 4 हजार बच्चे पढ़ते हैं और करीब 700 स्टाफ काम करता है.जिनको अब अपने भविष्य का डर सताने लगा है. ED ने PMLA 2002 के प्रावधानों के तहत अवैध खनन मामले में अब्दुल वहीद एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट से संबंधित 4,440 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी को कुर्क किया है. ये सभी संपत्तियां अब्दुल वहीद एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम पर पंजीकृत हैं. ट्रस्ट का नियंत्रण, प्रबंधन और संचालन मोहम्मद इकबाल, पूर्व एमएलसी और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा किया जाता था.
आपको अचूक संपति बनाने वाले पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल की शुरू से कहानी बताते हैं. कैसे ये अरबों रूपयों की संपत्ति का मालिक बना. हाजी इकबाल के करीबी बताते है की हाजी इकबाल सहारनपुर मिर्जापुर कस्बे स्तिथ परचून की दुकान चलाया करता था. बताया गया कि परचून की दुकान चलाने के दौरान हाजी इकबाल ने मधुमक्खी के छत्ते तोड़कर शहद बोतलों में भरकर बेचने का काम भी किया. उसके बाद जंगलों से चोरी से कटवाकर खैर तस्करी का धंधा किया.
इसके बाद खनन के जरिए खूब काला धन कमाया. अपने साझीदारों को धीरे-धीरे अलग करते हुए सारा खनन का कार्य अपने हाथ में ले लिया और बड़ा माफिया बन गया. बताया गया कि शुरू से ही बीएसपी में रहकर मायावती का नजदीकी रहा और इस बात का फायदा उठाता रहा. वहीं सपा कार्यकाल में भी खनन का कारोबार इकबाल के पास ही रहा. इस दौरान उसने अकूत संपत्ति कमाई.
फिलहाल 1 लाख रुपए का इनामी हाजी इकबाल फरार है और उसके चारों बेटे और भाई सलाखों के पीछे है. पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल की पत्नी का नाम फरीदा बेगम हैं. हाजी इकबाल के चार बेटे वाजिद, जावेद, अलीशान और अफजाल हैं और भाई महमूद अली है. बीते दिनों हाजी इकबाल की दुबई के एक बिजनेसमैन के साथ तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी. जिसके बाद यह अंदाजा लगाया गया कि हाजी इकबाल दुबई में छिपा है.