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उत्तरकाशी जिले के यमुनोत्री धाम में उमड़ी भीड़ के बाद सबक लेते हुए अब गंगोत्री में प्रशासन सजग हो गया है। तय क्षमता से ज्यादा यात्रियों के पहुंचने से होने वाली असुविधा से बचने के लिए उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने सोमवार दोपहर बाद गंगोत्री धाम जाने वाले यात्रियों को रास्ते में ही रोक दिया।
उत्तरकाशी जिले के SP अर्पण यदुवंशी ने बताया कि जिला मुख्यालय से करीब दो किमी आगे तेखला में गंगोत्री जाने वाले वाहनों को रोककर इंद्रावती पुल और जोशियाड़ा के पास पार्क कराया जा रहा है। गंगोत्री में एक दिन में 11 हजार यात्रियों के दर्शनों करने की सीमा तय की गई है। फिलहाल अभी गंगनानी और हर्षिल के बीच पहुंचे यात्रियों को ही गंगोत्री दर्शन के लिए भेजा जा रहा है।
बदरीनाथ में VIP व्यवस्था और बामणी गांव को जाने वाले आम रास्ते को बंद करने के विरोध में लोगों ने प्रदर्शन किया। इसके बाद जोशीमठ के SDM ने धरना स्थल पर पहुंचकर कहा कि बदरीनाथ मंदरि समिति ने पिछले साल जो VIP दर्शन व्यवस्था शुरू की थी उसे खत्म कर दिया गया है। तीर्थ पुरोहितों का कहना था कि रविवार को बदरीनाथ में श्रद्धालुओं की लंबी कतार के बावजूद राज्यपाल की अगवानी के लिए मंदिर समिति के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, पुलिस-प्रशासन के अधिकारी हेलीपैड पर खड़े रहे। इस दौरान मंदिर के दर्शन को बनाई व्यवस्था पटरी से उतर जाने से कई लोग बिना दर्शन किए धाम से वापस लौट आए।
इसी VIP दर्शन के विरोध में बदरीनाथ धाम के साकेत चौराहे पर सभी तीर्थ पुरोहितों, पंडा समाज के लोगों और हक हकूक धारियों ने धरना प्रदर्शन और नारेबाजी की। प्रदर्शन में बामणी गांव की महिलाएं शामिल हुई। प्रदर्शनकारियों ने VIP के लिए बने टिन शेड को भी उखाड़ डाला।