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उत्तरकाशी के तहसील डुंडा के तहत सिल्क्यारा में निर्माणाधीन टनल के धंसने से फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान जारी है। कंपनी की ओर से जारी की गयी सूची के अनुसार टनल में 40 मजदूर फंसे हुए हैं। यह मजदूर बिहार, उड़ीसा, असम, पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड के हैं। राहत एवं बचाव कार्य के चलते जनपद उत्तरकाशी के अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने घटना के संबंध में सीएम पुष्कर सिंह धामी से जानकारी ली ।
सीएम धामी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। पीएम मोदी ने उत्तराखंड सरकार को श्रमिकों के सकुशल बाहर निकालने में मदद का भरोसा दिलाया। केंद्रीय एजेंसियों को इसके लिए निर्देश जारी किए गए ।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर जानकारी साझा करते हुए लिखा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के लेपचा से लौटते ही सिल्क्यारा के पास टनल निर्माण के समय मलबा आने की वजह से टनल में फंसे श्रमिकों की स्थिति कह जानकारी ली। राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में उन्होंने विस्तृत जानकारी ली है। सीएम धामी ने कहा कि पीएम मोदी को श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने के लिए चलाए जा रहे बचाव कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस दुर्घटना से निपटने के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
गौरतलब है कि उत्तरकाशी के तहसील डुंडा में निर्माणाधीन टनल का लगभग 30 मीटर के हिस्से में मलबा आ गया। टनल के छोर से लगभग 270 मीटर अंदर 30 मीटर क्षेत्र में मलबा आने के कारण 40 मजदूर सुरंग में ही फंस गए। हालांकि टनल में फंसे हुए मजदूर घटनास्थल से कुछ दूरी पर हैं लेकिन उनकी सुरक्षा को देखते हुए मजदूरों को पानी के पाइप के जरिए ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है। प्रशासन ने 40 मजदूरों के नाम की सूची जारी की है। एसपी उत्तरकाशी अर्पण यदुवंशी का कहना है कि मौके पर पुलिस फोर्स, राहत व बचाव दलों को 24 घंटे के लिये तैनात कर दिया गया । टनल में फंसे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकलना हमारी प्राथमिकता है।
एसपी ने कहा कि श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने के लिए पुलिस बल और राहत एवं बचाव दल की टीमों को 24×7 मौके पर रेस्क्यू कार्य में जुटने के निर्देश दिए गए हैं। रेस्क्यू की अपडेट और सहायता के लिये उत्तरकाशी पुलिस की हेल्पलाइन +917455991223 भी जारी की गई ।
प्रशासन ने टीएचडीसी और जल संस्थान से ड्रिल मशीन मंगवाई है। वहीं क्षेत्र में नेटवर्किंग की दिक्कत को देखते हुए सेटेलाइट फोन भी मौके पर भेजा गया है। चिन्यालीसौड़ हेलीपैड को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। इसके साथ ही स्वास्थ्य टीम और चार एंबुलेंस की तैनाती भी मौके पर की गई है। डीएम अभिषेक रुहेला ने जिले के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द करते हुए उन्हें तत्काल अपने-अपने कार्य स्थल पर रिपोर्ट करने और राहत एवं बचाव कार्य के लिए 24 घंटे ड्यूटी पर रहने के निर्देश दिए.टनल से मलबा हटाने और फंसे हुए मजदूरों को निकालने के लिए एस्केप पैसेज बनाने का काम युद्ध स्तर पर किया.
एनएचडीसीएल के पूर्व प्रबंधक एवं अधिकारियों की ओर से प्रशासन को अवगत कराया गया था कि ब्रह्मखाल पोलगांव में निर्माणाधीन रोड टनल में मलबा धंस गया है। सिल्क्यारा की ओर से लगभग 23-40 मीटर इसका निर्माण किया गया है। इसके सिल्क्यारा की तरफ से टनल के 270 मीटर भाग के लगभग 30 मीटर क्षेत्र में मलबा आने से टनल के अंदर मजदूर फंस गए। टनल से मजदूरों को निकालने के लिए राहत बचाव उपकरणों के साथ 160 राहत कर्मचारी रेस्क्यू कार्य में जुटे हुए हैं। अब मजदूरों के नाम भी सामने आ गए हैं।