वाहन बीमा पॉलिसियों में गोलमाल करते हुए एक इंश्योरेंस कंपनी को करोड़ों का चूना लगाने का मामला

Herdyes ballabh goswami for NEWS EXPRESS INDIA from rudarpur

वाहन बीमा पॉलिसियों में गोलमाल करते हुए एक इंश्योरेंस कंपनी को करोड़ों का चूना लगाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि दो अधिकारियों ने फर्जी तरीके से बीमा पॉलिसियों का निस्तारण किया।

जब सर्वेक्षण में पता चला तो इंश्योरेंस कंपनी को करोड़ों का नुकसान हो चुका था। बैंक के प्रबंधक ने प्रकरण की शिकायत एसएसपी से की। एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने वरिष्ठ शाखा प्रबंधक एवं उप प्रबंधक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

शहनाई बिल्डिंग ऐशबाग हल्द्वानी स्थित यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के प्रबंधक अनीश कुमार ने एसएसपी को भेजे शिकायती पत्र में बताया कि नैनीताल रोड स्थित गुरु अंगद दे काम्पलैक्स में कंपनी का शाखा कार्यालय है।

जहां वर्ष 2018 से वरिष्ठ शाखा प्रबंधक पद पर अश्विनी सक्सेना और वर्ष 2016 से उप प्रबंधक हेमंत सिंह जंगपांगी कार्यरत थे। जो रुद्रपुर शाखा कार्यालय का सारा कामकाज देखते थे। आरोप था कि वर्ष 2022 में रुद्रपुर शाखा कार्यालय से मोटर ओन डैमेज बीमा राशियों में असाधारण वृद्धि हुई तो उच्च कार्यालयों में तैनात आला अधिकारियों को संदेह हुआ और जब आंतरिक ऑडिट और सतर्कता जांच पड़ताल की गई। पड़ताल में दोनों ही शाखा कार्यालय के अधिकारियों ने फर्जी दस्तावेज एवं फोटो लगाकर बड़ी संख्या में दावों को कैशलैस मोड पर निपटाया और अधिकांश दावों का निपटान राशि एक से दो लाख रुपये के बीच की थी। जिसके आधार पर प्रधान कार्यालय के आदेश पर छह सर्वेक्षण कर्मचारियों को निलंबित भी किया गया।

बैंक प्रबंधक अनीस कुमार ने बताया कि वरिष्ठ शाखा प्रबंधक एवं उप प्रबंधक ने मिलीभगत कर दावों को बढ़ा चढ़ाकर दिखाया, जिससे इंश्योरेंस कंपनी को लगभग 3.53 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। प्रबंधक ने एसएसपी से मामले की पड़ताल कर कार्रवाई करने की मांग की थी। जिस पर एसएसपी मंजूनाथ टीसी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर प्रकरण की तफ्तीश शुरू कर दी।

यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के प्रधान कार्यालय को जब भनक लगी कि रुद्रपुर शाखा कार्यालय में वाहन बीमा पॉलिसियों के नाम पर खेल खेला जा रहा है तो आंतरिक ऑडिट एवं सतर्कता जांच टीम ने पड़ताल की। इसमें पाया कि वरिष्ठ शाखा प्रबंधक एवं उप प्रबंधक ने संगठित गैंग बनाकर क्षतिग्रस्त वाहन की तस्वीरों को फोटो शॉप से फर्जी तरीके से बनाई और एक ही फोटो को कई मामलों में लगाकर बीमा पॉलिसियों का लाभ दिलवाया। इसके अलावा कई मामलों में अलग-अलग वाहन नंबरों का भी प्रयोग किया गया। इसके अलावा अधिकांश कैशलेस दावों में महंगे कैटेलिटिक कनवर्टर, हाई प्रेशर पंप, दोनों फ्रंट एयरबैग, टर्बो असेंबली चार्जर सहित पुर्जों को लगाने की अनुमति भी प्रदान की गई थी।

शिकायतकर्ता बैंक प्रबंधक अनीस का आरोप था कि दोनों ही अधिकारियों ने रुद्रपुर शाखा कार्यालय से से 1500 किलोमीटर दूर माइक्रो ऑफिस भुट्टू-ऑफिस जिला फतेहाबाद हरियाणा की बीमा पॉलिसी पर लगभग 40 दावों का निपटारा किया था। जो पूर्णतया संदिग्ध पाई गई। इनमें से अधिकांश दावों में माइक्रो ऑफिस भुट्टू की ओर से पहली बार बीमा पॉलिसी जारी की गई थी और पॉलिसी जारी होने के एक माह के अंदर बड़े दावे दर्ज किए गए थे। इन वाहनों की मरम्मत शहर के एक मोटर गैरेज में की गई थी। मारुति डीलर पोर्टल के माध्यम से जारी की गई कई बीमा पॉलिसी पर संबंधित दावों को स्थानीय स्तर की गैरेज में रिपोर्ट की गई।

वर्ष 2022 में रुद्रपुर शाखा कार्यालय से वाहन बीमा पॉलिसियों के दावों में आए उछाल के बाद ही प्रधान कार्यालय सतर्क हो गया। प्रारंभिक पड़ताल में ही द्वेषपूर्ण गतिविधियों के कारण प्रधान कार्यालय ने प्रसून दीक्षित, सुमित कुमार, हिमांशु गर्ग, सुरेश बाबू, अजय कुमार, शेखर अग्रवाल को सर्वेयर पैनल से निष्कासित कर दिया था। सर्वेयरों ने अधिकांश दावों का दुर्घटना स्थल किच्छा-रुद्रपुर मार्ग दर्शाया है।

 

 

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