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कैबिनेट मंत्री के चचेरे भाई के घर डकैती मामले में पुलिस खुलासे के करीब पहुंचने का दावा कर रही है। बताया जा रहा है कि डकैती के तीन सूत्रधार मेरठ से पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं। लेकिन, गिरोह का सरगना और उसके अन्य साथी फरार हैं। लूटा गया माल भी इन्हीं के पास है। फिलहाल, पुलिस ने गिरफ्तारी की औपचारिक जानकारी नहीं दी है।
डोईवाला बाजार के पास शनिवार को दिनदहाड़े छह सशस्त्र बदमाशों ने कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के चचेरे भाई शीशपाल अग्रवाल के डकैती डाली थी। शुरुआती जांच में पता चला है कि डकैती का षड्यंत्र एक स्थानीय व्यक्ति ने ही रचा था। उसने कुछ साल पहले अग्रवाल परिवार का मकान बनाया था। उसे पूरी जानकारी थी कि परिवार कौन सी वस्तु कहां रखता है। पुलिस ने इसी दिशा में जांच की और बदमाशों का पीछा करते हुए मेरठ तक जा पहुंची। इस दौरान डोईवाला से हरिद्वार रूट के सीसीटीवी कैमरों में बदमाशों की कई जगह तस्वीरें कैद हुईं।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने मेरठ से तीन बदमाशों को पकड़ लिया है। लेकिन, इनके पास से माल की बरामदगी नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि ये तीनों डकैती के सूत्रधार हैं। डकैती को अंजाम देने वालों तक अभी पुलिस नहीं पहुंच पाई है। इनमें सरगना भी शामिल है। लूटा गया सारा माल इन्हीं के पास है। बताया जा रहा है कि पुलिस जल्द इन बदमाशों को भी गिरफ्तार कर लेगी। एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि पुलिस को बड़ी लीड मिली है। जल्द ही डकैती का खुलासा किया जाएगा।
अग्रवाल परिवार ने लूटे गए माल की सूची पुलिस को नहीं दी है। बताया जा रहा है कि करवा चौथ से पहले ही परिवार ने गहने बैंक के लॉकर से निकाले थे। इसके अलावा दुकान की नकदी भी घर में ही रखी हुई थी। लूटे गए माल की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। हालांकि, वास्तव में कितना माल लूटा गया है, यह सूची के बाद ही पता चलेगा।