Herdyes goswami for NEWS EXPRESS INDIA
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में शुक्रवार देर रात बादल फटने से हर ओर तबाही का मंजर दिखाई दिया। बादल फटने से एक गांव पूरी तरह से तबाह हो गया है। इस हादसे में 2 की मौत हो गई है, जबकि 11 लोग लापता बताया जा रहे हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है।
पिथौरागढ़ में भारत-नेपाल सीमा के पास रात लगभग 1 बजे बादल फटा और धारचूला के खोटीला गांव में तबाही मचा दी। ग्वाल गांव और धारचूला मल्ली बाजार पिथौरागढ़ में घरों में पानी घुस गया। डीएम ने बताया कि लगभग 30 घर क्षतिग्रस्त हो गए है।
बीते दिनों पूर्व एलधार में हुए भूस्खलन के बाद से आसपास के क्षेत्रों में भारी भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। शुक्रवार की देर रात अचानक दोबारा मलबा आने से लोगों में दहशत फैल गई। भारी बारिश होने के कारण काली नदी अचानक खतरे के निशान को पार कर तटबंध सड़क के ऊपर बहने लगी। प्रशासन ने खराब होते मौसम को देखते हुए एसडीआरएफ व पुलिस को अलर्ट मोड़ में रखा है। बताया जा रहा है कि पिथौरागढ़ के सीमान्त राष्ट्र नेपाल में भी भारी तबाही मची है। जानकारी के अनुसार काली नदी में पहाड़ी से टूटकर एक बड़ा बोल्डर आ गिरा था। जिसकी वजह से नदी का बहाव रुक गया और नदी में पानी जमा होने लगा कुछ समय बाद पानी के भारी दबाव से बोल्डर हट गया और पानी का वेग बढ़ गया जिससे बाढ़ जैसे हालात बन गए। नदी का जलस्तर बढ़ने से काली नदी के किनारे बसे गांवो के घरों को खासा नुकसान पहुंचा है।