बिना किसी कोचिंग के 7 साल में 10 बार सरकारी नौकरी में चयन हुआ.फिर रास आई थानेदारी.

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सरकारी नौकरी हासिल करना कई लोगों का सपना होता है, लेकिन महज 7 साल के अंतराल में कोई 10 परीक्षाओं में सफलता हासिल कर ले तो उसे विलक्षण प्रतिभा कहना ही उचित होगा. जोधपुर ग्रामीण पुलिस के मतोड़ा थानाधिकारी इमरान खान ने यह साबित कर दिखाया है कि अगर जुनून और लगन हो तो इंसान क्या नहीं कर सकता. वह हर सपने को अपनी जिद पर हासिल कर सकता है. इमरान ने उस मुकाम को भी हासिल कर लिया जिसके प्रति बचपन से ही उन्हें दीवानगी थी और वह थी पुलिस की वर्दी की. बस तब से अपने सपने को पूरा करने में वह जुट गए.

इमरान खान महज 7 साल में 10 अलग-अलग परीक्षाओं को उत्तीर्ण कर सरकारी सेवा में चयनित हुए. सबसे बड़ी बात इस दौरान उन्होंने कभी कहीं कोचिंग नहीं की. उन्होंने व्याख्याता, द्वितीय और तृतीय श्रेणी शिक्षक, पटवारी भर्ती परीक्षा, बैंक व डिस्कॉम की परीक्षाएं उत्तीर्ण कीं. अधिकांश परीक्षाओं में वे राज्य या जिले के टॉपर रहे. आखिर उस परीक्षा को भी पास कर लिया जिसके रुतबे के बारे में बचपन से सुनते आए और वह थी पुलिस भर्ती परीक्षा. इमरान वर्तमान में लोहावट उपखंड के मतोड़ा थाने में बतौर थानाधिकारी कार्यरत हैं.

प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर रहे हैं इमरान 
इमरान अब प्रशासनिक सेवाओं की परीक्षाओं की तैयारी में जुटे हुए हैं. इमरान की इस तरह की कामयाबी के चलते कई युवा उनसे कामयाबी का मंत्र जानने आते हैं. वे अपने गांव और ऑफिस के आसपास के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रोत्साहित करते हैं. यह भी एक उपलब्धि है कि उनसे गुर सीखकर कर करीब 25 युवाओं की सरकारी नौकरी लग चुकी है.

जानें अब तक इमरान ने कौन सी परीक्षाएं पास कींसबसे पहले 2006 में एसटीसी व साल 2008 में आयोजित पटवारी परीक्षा दी, लेकिन उसमें वे असफल रहे. फिर इस असफलता को जीवन की चुनौती मान कर इमरान ने अपने दम पर तैयारी शुरू की औरइसके बाद हर परीक्षा में सफलता हासिल की. साल 2008 में ही थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा, 2011 में पटवारी और तृतीय श्रेणी शिक्षक, आईबीपीएस के माध्यम से बैंक में चयन, एफसीआई, छठी रैंक के साथ कॉमर्शियल असिस्टेंड जोधपुर डिस्कॉम में उनका चयन हुआ. इमरान ने बचपन से ही जीवन का लक्ष्य सरकारी नौकरी बना लिया है

इसके बाद साल 2013 में एसआई की परीक्षा भी उत्तीर्ण की और साल 2014 में एसआई के पद पर नियुक्ति मिली जिसका जिम्मा अभी तक निभा रहे हैं. इमरान मूलतः नागौर जिले के मूंडवा तहसील के झुझंडा गांव के निवासी हैं. 2011 में पीटीईटी परीक्षा में उन्होंने पूरे राजस्थान में प्रथम रैंक हासिल किया था. इसके अलावा आरटेट में भी 90 प्रतिशत अंक के साथ राजस्थान में अव्वल स्थान पर रहे. 2011 में पटवारी परीक्षा में नागौर जिले में प्रथम रैंक हासिल किया. तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती लेवल प्रथम परीक्षा 2012 में नागौर जिले में प्रथम रैंक पर रहे. अब इमरान खान ने ठानी है कि वे प्रशासनिक अधिकारी के रूप में देश की सेवा करेंगे. इसके लिए वे पूरी शिद्दत से परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं.

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