Nimish Kumar for NEWS EXPRESS INDIA
अपराधियों पर लगाम कसने के चक्कर में सिविल लाइंस थाना पुलिस ने अखिल भारत हिंदू महासभा के उत्तराखंड प्रभारी मुकेश पटेल पर ही गुंडा एक्ट लगा दी। संगठन के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया है। उन्होंने बुधवार दोपहर एडीएम वित्त और एसपी सिटी को ज्ञापन देकर मामले में जांच कराने की मांग की।
हिंदू महासभा के उत्तराखंड प्रभारी मुकेश पटेल ने बताया कि सिविल लाइंस पुलिस ने उनकी छवि धूमिल करने का काम किया है। उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है। इसके बावजूद पुलिस ने उन पर गुंडा एक्ट लगाई है। उन्होंने बताया कि पिछले साल उनका अपने ही भाई से संपत्ति बंटवारे को लेकर विवाद हो गया था। इस संबंध में भाई ने जरूर उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। थाना पुलिस ने मात्र उसी मामले को आधार बनाते हुए उन पर गुंडा एक्ट लगाई है।
उन्होंने बताया कि पिछले दिनों कुछ अधिवक्ताओं ने शहर के एक धर्मस्थल को लेकर नोटिस भेजा था। इसमें उनका सहयोग था। पुराने समय में धर्मस्थल हिंदुओं का था लेकिन आज वह दूसरे समुदाय के कब्जे में है। इस बात को लेकर उन्होंने यह मुद्दा उठाया था। नोटिस देने के दौरान दो माह का समय दिया गया था। 11 जून को उसकी समय अवधि पूरी हो रही है। इससे पुलिस ने उन पर दबाव बनाने के लिए गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
थाना पुलिस ने उनके संगठन के मान सम्मान का अपमान किया है। दोपहर उन्होंने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ एडीएम वित्त संतोष कुमार और एसपी सिटी प्रवीन सिंह चौहान को ज्ञापन सौंपा। जिस पर अधिकारियों ने जांच कराने का आश्वासन दिया है।
इस दौरान धुर्विजय सिंह, राजकुमार, शिवओम, संजीव कुमार, पप्पू कश्यप, आशु राठौर, जितेंद्र सिंह, श्रीपाल सिंह, ओमकार, राजेंद्र, नरेश सिंह आदि समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
दोपहर के समय मुकेश पटेल के साथ तमाम लोग आए थे। उन्होंने ज्ञापन दिया है। गुंडा एक्ट लगाने के संबंध में जांच कराई जाएगी। उसके बाद इसमें कार्रवाई की जाएगी।