Veer s CHAUHAN for NEWS EXPRESS INDIA
जिन जिन क्षेत्रों से हाईवे गुजरता है उन क्षेत्रों की जमीनों की कीमत बढ़ जाती है उस क्षेत्र में विकास की संभावनाएं बढ़ जाती है मगर दूसरी तरफ जिन इलाकों में हाईवे गुजरता है वहां लोगों की पुरानी जमी जमाई दुकानें होती है यह दूसरे शब्दों में कहें पुराना स्थापित काम होता है अब उस काम को दूसरी जगह शुरू करने पर कई दफा दिक्कत आती है ऐसा ही कुछ मामला मुजफ्फरनगर के इस कस्बे का है
मुजफ्फरनगर के जानसठ कस्बे से गुजरने वाले पानीपत-खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग को लेकर दुकानदारों में अफरातफरी की स्थिति बनी हुई है। अपनी दुकाने टूटने के भय से दुकानदार दूसरी दुकाने तलाश करने में लगे हैं। कस्बे से गुजरने वाले फोरलेन हाईवे को लेकर सड़क के किनारे के दुकानदारों में अफरातफरी की स्थिति बनी हुई है। सैकडों दुकानदारों को अपनी रोजी-रोटी की चिंता सताने लगी है। जहां विकास होता है वहां कुछ लोगों को नुकसान भी उठाना पड़ता है.
हालांकि अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि फोरलेन के लिए कितनी जमीन की जरूरत होगी, लेकिन दुकानदारों में अभी से भय सताने लगा है। कुछ स्थानों पर निशान लगाने की सूचना भी है, लेकिन सर्वे करने वाली टीम अभी सड़क की चौड़ाई बताने के लिए तैयार नहीं है, जिसके चलते असमंजस की स्थिति बनी हुई है। पहले तो फोर लेन बनाया जाएगा उसके बाद कस्बे में मार्ग के दोनों ओर सर्विस लेन बनाई जाएगी।
सर्विस लेने के बाद पानी की निकासी के लिए नाले का बनाया जाना भी जरूरी होने के कारण अभी तक लोगों को यह पता नहीं लग पा रहा है कि किस ओर से कितनी जमीन हाईवे के लिए ली जाएगी। हालांकि सड़क के दोनों ओर के सैकडों दुकानदारों ने अपनी दुकान टूटे जाने के भय से अभी से कहीं और दुकाने देखना शुरू कर दिया है, जिससे वह अपनी रोजी-रोटी को पहले की तरह से चला सकें।