VSCHAUHAN for NEWS EXPRESS INDIA
अगर आपके आंखों की रोशनी चली जाए तो सारी दुनिया बेरंग सी लगने लगती है. आपने भी अपने आस-पास किसी अंधे व्यक्ति को जरूर देखा होगा. आंख की रोशनी जीवन के लिए बहुत ही जरूरी है, लेकिन क्या आपने कभी किसी ऐसी जगह के बारे में सुना है. जहां रहने वाले वाला हर शख्स और पशु-पक्षी अंधा है. आमतौर पर ये दुनिया हमें काफी साधारण लगती है, क्योंकि हमने इस दुनिया में केवल साधारण चीजें ही देखी होती हैं. जबकि असल में ये दुनिया उतनी साधारण है नहीं, जितना हम सोचते हैं. रहस्यों से भरी इस धरती पर एक से बढ़कर एक रहस्यमयी जगह, जीव-जंतु, नदियां-तालाब आदि उपस्थित हैं.
इसी कड़ी में आज हम आपको एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं. जहां रहने वाला एक-एक इंसान, पशु-पक्षी.. सभी अंधे हैं.
हम बात कर रहे हैं मैक्सिको के प्रशांत महासागरीय क्षेत्र में ‘टिल्टेपैक’ नामक गांव है. इस गांव में करीब 60 झोपड़ियां हैं जहां 300 के करीब रैड इंडियन रहते हैं. लेकिन इस गांव की विचित्र बात ये हैं कि यहां सभी अंधे हैं. न सिर्फ लोग बल्कि यहां पर कुत्ते बिल्ली और अन्य पालतू जानवर भी अंधे हैं. सुनने में थोड़ा अटपटा लग रहा होगा, लेकिन हकीकत यही है. हालांकि, इस गांव में पैदा होने वाले बच्चे अंधे पैदा नहीं होते बल्कि उनकी आंखो की रोशनी बिल्कुल सही सलामत होती है, लेकिन समय के साथ वो अपनी आंखो की रोशनी खो देते है.
इस वजह से अंधे हैं यहां के लोग
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस गांव में जेपोटेक (Zapotec Civilization) जनजाति के लोग रहते हैं. चूंकि यहां सभी लोग अंधे हैं तो यहां के किसी भी घर में बिजली या दीपक नहीं है. वहीं दिन और रात से खास फर्क नहीं पड़ता. चिड़ियों की आवाज से मालूम होता है कि दिन हो गया है तो लोग काम पर निकल जाते हैं. शाम को जब पक्षियों की आवाजें आना बंद हो जाती हैं तो लोग अपनी झोपड़ियों की ओर चले जाते हैं. ये लोग घने जंगलों के बीच रहते हैं और सभ्यता और विकास से काफी दूर हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यहां रहने वाले लोग अपने अंधेपन की वजह एक पेड़ को मानते हैं. गांव के लोगों का मानना है कि लावजुएला नामक एक शापित पेड़ (Mysterious Tree) को देखने के बाद यहां इंसानों से लेकर पशु-पक्षी तक, सभी अंधे हो जाते हैं. तो वहीं एक्सपर्ट्स का कहना ये है कि गांव में एक बहुत ही जहरीली मक्खी बड़ी तादात में पाई जाती है. जिसके काटने की वजह से वहां के लोग अंधेपन का शिकार हो रहे हैं. खास बात ये है कि यहां किसी भी घर में खिड़की नहीं होती. हालांकि माना जाता है कि यहां कुछ लोगों की आंखों की रोशनी ठीक है, जिनकी वजह से ही बाकी के लोग यहां रह पाते हैं.