Herdyes goswami for NEWS EXPRESS INDIA
कानपुर के बजरिया के रामबाग में रहने वाले पति पत्नी की हत्या का चंद घंटे में राजफाश करके पुलिस ने आरोपित बुजुर्ग पिता को पकड़ा है। पिता का कबूलनामा भी चौंकाने वाला है। आरोपित पिता की बातें सुनकर एक बारगी पुलिस भी हैरान है और उसका बताया कारण किसी के गले नहीं उतर रहा है। हालांकि पुलिस की जांच में बुजुर्ग पिता के हाथों में खून के निशान और कपड़ों पर भी खून लगा मिला है। फिलहाल पुलिस अब परिवार में रहने वाले सभी सदस्यों की मानसिक स्थिति के बारे में पता लगा रही है।
क्या हुई घटना : बजरिया के रामबाग के एक मकान में दीप तिवारी का परिवार रहता है। इसी मकान में उनका 27 वर्षीय बेटा शिवम और 25 वर्षीय बहू जूली रह रहे थे। इसी मकान में सात किरायेदार परिवार भी रहते हैं। गुरवार की सुबह करीब साढ़े छह बजे पुलिस को रामबाग के मकान नंबर 104 a/5 में पति पत्नी की हत्या किए जाने की सूचना मिली। संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी पुलिस टीम लेकर पहुंचे और पड़ताल शुरू की। शिवम और जूली की गला रेत कर हत्या की गई थी।
कैसे किया राजफाश : पुलिस को घर में दीप तिवारी के परिवार के अलावा सात किरायेदार परिवारों के रहने की जानकारी हुई। सामने आया कि मकान में सिर्फ एक मेन गेट और दूसरा कोई अंदर आने या बाहर जाने के लिए दरवाजा या स्थान नहीं है। इसलिए पुलिस पुख्ता हो गई कि वारदात को अंजाम देने वाला घर के अंदर ही छिपा है। पुलिस ने सबसे पहले उसका पता किया जिसने फोन करके हत्या होने की सूचना दी थी। इसके बाद घर में मौजूद सभी लोगों का बेंजाडीन टेस्ट कराया। इसमें दीप तिवारी के हाथों में खून लगा होने की पुष्टि हुई और घर की तलाशी में मिले कपड़ों में भी खून की छींटे मिलीं। इसपर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो बुजुर्ग पिता दीप तिवारी ने बेटा व बहू का कत्ल करने की वारदात कबूल की।
पिता का कबूलनामा : पुलिस के अनुसार बुजुर्ग पिता दीप तिवारी ने बेटे और बहू की हत्या का अपराध स्वीकार कर लिया। उसने बताया है कि बहू और बेटे को दोनों को दौरा पड़ता था। बहु कहती थी कि उसका मरा हुआ भाई मिलने आता है और बेटा भी बहकी बहकी बातें करता था। शादी के बाद से बेटे की कमाई को बहू पूरा खर्च कर देती थी। रोज-रोज के गृह क्लेश से तंग आ चुका था। परेशान होकर इसीलिए उसने रात में पहले बेटे और बाद में बहू को मार डाला।