Nimis Kumar for NEWS EXPRESS INDIA
वोल्वो बस में सफर करने वाले यात्री चंद्र भूषण शर्मा के मुताबिक 5 मई 2022 की रात जब वे दिल्ली से ऋषिकेश आने वाली वॉल्वो में आ रहे थे. और खतौली के पास गाड़ी को जब “शिवा पंजाबी टूरिस्ट ढाबे” पर भोजन के लिए रोकी गयी तो मैंने ढाबे के काउन्टर पर नकद पैसे न होने के कारण UPI अथवा कार्ड से पेमेंट लेने का निवेदन किया, पहले तो कार्ड और UPI की सुविधा नहीं है कहकर मना कर दिया गया लेकिन जब थोड़ा बहस कने पर गूगल पे का स्कैन कॉड सामने किया गया, ढाबे का नाम बाहर लिखा था शिवा पंजाबी ढाबा लेकिन स्कैन करने पर नाम आया मोहम्मद इनाम ।
अब यह मूर्ख बनाने का जरिया है या नहीं कि मुस्लिम होते हुए ढाबे का नाम हिन्दू भगवान के नाम पर रख दिया गया ताकि गुमराह होकर हिन्दू ढाबे में चला जाए , यही है अल ताकिया ।कोई लिखित मेनू ढाबे पर नहीं था ।वस्तुएं मनमानी कीमत पर बेची जा रही थी ।कोल्ड्रिंक और चिप्स, आइसक्रीम इत्यादि प्रत्येक वस्तु पर MRP से अधिक मूल्य वसूला जा रहा था ।
उत्तराखण्ड परिवहन को अपनी मूर्खता पर शर्म आनी चाहिए जो इस तरह के ढाबे को ठेके में स्वीकृति देते हैं और यात्रियों को ठगवाते हैं ।
चंद्र भूषण शर्मा जी क़े वाल से..
इसी प्रकार का वाकया 28 अप्रैल देहरादून से दिल्ली जा रही वोल्वो बस शिवा पंजाबी ढाबे पर रुकी. वहां पर खाना खाने के बाद एक यात्री जब पेमेंट करने लगा. उसके पास खुल्ले रुपया नहीं थे तो उसने जब पेमेंट यूपीआई के थ्रू की. तब ओनर का नाम मुस्लिम आया ढाबे पर काम करने वाले लोग मुस्लिम ही थे. लेकिन मुस्लिम होना कोई अपराध नहीं है. अपनी गलत पहचान बताकर कोई भी कार्य करना गलत है. जब उस व्यक्ति ने बस कंडक्टर या बस परिचालक से यह सवाल किया. गलत पहचान बताकर ढाबा चलाया जा रहा है. उसने यहां बस क्यों रोकी. इस तरह के कई ढाबे चल रहे हैं. किस-किस से बचेंगे. दूसरी बात परिचालक ने कहा उत्तराखंड परिवहन निगम बस रुकने के लिए जिस होटल को ठेका देगा हमारी तो मजबूरी है. हमें वही बस रोकनी पड़ेगी.