Raju for NEWS EXPRESS INDIA
यूपी में एक बार फिर नाबालिग से दुष्कर्म का मामला सामने आया है. ललितपुर जिले में सामूहिक बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराने गई 13 साल की एक लड़की से थानाध्यक्ष ने कथित रूप से दुष्कर्म किया. इस मामले में आरोपी पुलिस अफसर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. साथ ही थाने के बाकी सभी पुलिसकर्मियों को भी लाइनहाजिर कर दिया गया है.
सवाल यह है कि किस पर भरोसा किया जाए किस पर नहीं?अगर महिलाओं के लिए थाने ही सुरक्षित नहीं होंगे तो वे शिकायत लेकर कहां जाएंगी? उप्र सरकार ने थानों में महिलाओं की तैनाती बढ़ाने, थानों को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के लिए गंभीरता से सोचना होगा.ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए महिला सुरक्षा और महिला हितैषी कानून व्यवस्था के लिए गंभीर कदम उठाने ही होंगे.
फरार थानाध्यक्ष की तलाश
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कथित पीड़िता की मां ने दर्ज शिकायत में आरोप लगाया है कि उसकी बेटी पिछली 27 अप्रैल को पाली थाने में मुकदमा दर्ज कराने गई थी. इसी दौरान बयान दर्ज कराने के बहाने थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज उसे अपने कमरे में ले गया और उससे दुष्कर्म किया. उन्होंने बताया कि इस मामले में आरोपी थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है. प्रकरण के पांच में से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. फरार थानाध्यक्ष की तलाश की जा रही है
पहले भी चार युवकों पर दुष्कर्म के आरोप
कानपुर जोन के अपर पुलिस महानिदेशक भानु भास्कर ने बताया कि झांसी के पुलिस उप महानिरीक्षक जोगेन्द्र कुमार को मामले की जांच सौंपी गयी है. उन्हें 24 घंटे में रिपोर्ट देने को कहा गया है. लड़की की मां का आरोप है कि पिछली 22 अप्रैल को चार लोग उसकी बेटी को भोपाल ले गए थे जहां उन्होंने उसे तीन दिन तक अपनी हवस का शिकार बनाया था. उसके बाद वे उसे पाली थाने के बाहर छोड़कर भाग गए. लड़की जब 27 अप्रैल को मुकदमा दर्ज कराने थाने गई तो थानाध्यक्ष ने भी उससे बलात्कार किया.
बाद में लड़की ने स्वैच्छिक संस्था चाइल्डलाइन पहुंचकर काउंसलिंग के दौरान पूरी घटना बताई. इस पर संस्था ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की जिनके हस्तक्षेप पर मंगलवार को इस मामले में बलात्कार, अपहरण और आपराधिक साजिश के आरोपों तथा पोक्सो और एससी/एसटी एक्ट की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है जबकि आरोपी थानाध्यक्ष और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के छह दल गठित कर उनकी तलाश की जा रही है.