Herdyes goswami for NEWS EXPRESS INDIA
कभी-कभी किसी व्यक्ति की परिस्थितियां कितनी विपरीत हो जाती है. कि वह आत्महत्या के बारे मैं सोचने लगता है. आत्महत्या के कई कारण हो जाता है. कभी कभी पारिवारिक समस्याएं व्यक्ति को मजबूर कर देती है. पारिवारिक विपरीत परिस्थितियों के साथ-साथ यदि आर्थिक स्थिति भी खराब हो रही हो कई बार व्यक्ति ऐसे मानसिक तनाव में पहुंच जाता है. उसको जीवन से अच्छा मौत को गले लगाना अच्छा लगता है. हालांकि ऐसे मौके पर परिवार का कोई सदस्य उसको उस समय संभाल ले तो उस वक्त वह स्थिति बदल जाती है.
हल्द्वानी में आखिरकार आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव के चलते एक युवक ने फांसी के फंदे में झूलकर मौत को गले लगा लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जानकारी के अनुसार मूलरूप से पीलीभीत निवासी 42 वर्षीय विवेक अग्रवाल यहां सरस्वती कॉलोनी, मुखानी में रहकर परचून की दुकान में काम करता था।
बताया जाता है कि आज उसका शव रस्सी के सहारे पंखे के कुंडे में झूलता मिला। इसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारा और घटना के बारे में जानकारी जुटाई। बताया जाता है कि मृतक की पत्नी चार वर्ष पूर्व उसे छोड़कर जा चुकी है। उसका कारोबार ठीक नहीं चल रहा था आर्थिक तंगी से जूझ रहा था पुलिस ने शव का पंचनामा भर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आत्महत्या का कारण आर्थिक तंगी का होना बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है।