खानपुर विधानसभा सीट: क्या पांचवीं बार अपनी लोकप्रियता का फायदा उठा पाएंगे प्रणव सिंह?

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विधायक का रिपोर्ट कार्ड

एक राजा होने के नाते कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की छवि अक्खड़ और मुंहफट होते हुए भी ये लोगों के हमेशा एक लोकप्रिय नेता रहे है इन्होंने लोगों की समस्याओं को सुना और उनका समाधान भी किया है लोगों को इन तक पहुंचने में और इनसे मिलने में ज़्यादा मुश्किलें नही आती है.खानपुर विधानसभा सीट कुंवर प्रणव चैंपियन का गढ़ माना जाता है अधिकतर उन्होंने वहां से जीत हासिल की है खानपुर विधानसभा सीट उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में आती है. 2017 में खानपुर में कुल 49.65 प्रतिशत वोट पड़े. 2017 में भारतीय जनता पार्टी से कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने बहुजन समाज पार्टी के मुफ्ती रियासत अली को 13735 वोटों के मार्जिन से हराया था. खानपुर विधानसभा सीट झालावाड़-बारां के अंतर्गत आती है. इस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं दुष्यंत सिंह, जो भारतीय जनता पार्टी से हैं. उन्होंने इंडियन नेशनल कांग्रेसके प्रमोद शर्मा को 453928 से हराया था.

राजनीतिक पृष्ठभूमि

खानपुर विधानसभा सीट उत्तराखंड की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है, खानपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र उत्तराखण्ड के 70 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है. हरिद्वार जिले में स्थित यह निर्वाचन क्षेत्र अनारक्षित है. यह क्षेत्र साल 2008 के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र परिसीमन आदेश से अस्तित्व में आया. 2012 में इस क्षेत्र में कुल 111,521 मतदाता थे. 2012 में कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन कांग्रेस पार्टी ने से जीत हासिल की थी वहीं 2017 में भारतीय जनता पार्टी से कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने जीत दर्ज कराई थी.

2012 के विधानसभा में कुल 111,521 मतदाता थे. 2012 के चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन विधायक चुने गए थे. उत्तराखण्ड बनने के बाद 2002 कुंवर प्रणव सिंह निर्दलीय लक्सर से विधायक बने थे. उसके बाद लगातार से 2017 में चौथी बार बीजेपी से खानपुर के विधायक है

खानपुर विधानसभा गुज्जर, दलित और मुस्लिम बहुल्य क्षेत्र होने के नाते प्रणव सिंह चैंपियन को जीत आसानी से मिल जाती है भले ही वह बीजेपी के प्रत्याशी क्यों ना हो. 2012 विधान सभा चुनाव में उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार चौधरी कुलबीर सिंह को हराया था. इस चुनाव में कांग्रेस के प्रणव सिंह चैंपियन को 23,072 वोट मिले थे जबकि बसपा के कुलबीर सिंह को 20,241 वोट मिले थे. तीसरे नंबर पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार रविंद्र सिंह थे जिन्हें 19,596 वोट मिले, चौथे नंबर पर निर्दलीय उम्मीदवार मुफ्ती रियासत अली थे जिन्हें 18,730 वोट मिले थे.

2017 का जनादेश

2017 के विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच रहा. 2017 में कुल 135,612 मतदाता थे. इस सीट से कांग्रेस पार्टी के नेता रहे कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और चौथी बार विधायक चुने गए. उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार मुफ्ती रियासत अली को हराया था. इस चुनाव में प्रणव सिंह चैंपियन को 53,192 वोट मिला था. जबकि बसपा के रियासत अली को 39,457 वोट मिला था. तीसरे नंबर पर कांग्रेस उम्मीदवार चौधरी यशवीर सिंह थे जिन्हें 6,894 वोट मिले थे. चौथे नंबर पर निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र सिंह थे जिन्हें 4,856 वोट मिले. अब देखना है यह विधानसभा चुनाव 2022 में जनता किस को वोट देकर अपना प्रतिनिधि चुनती है.

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