गुजरात के अहमदाबाद में 25 जनवरी 2022 (मंगलवार) को हुए किशन बोलिया नाम के युवक की हत्या (Murder) केस में पुलिस ने 2 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इसकी जानकारी गुजरात के गृहमंत्री हर्ष सांघवी ने दी है। उन्होंने किशन के परिवार को जल्द ही न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है। ये गिरफ्तारी 27 जनवरी (गुरुवार) को की गई। बताया जाता है कि किशन ने सोशल मीडिया (Social Media) पर एक वीडियो पोस्ट अपलोड की थी। इसके बाद से इस्लामी कट्टरपंथी (Radical Islam) उसके खिलाफ थे। इस मामले में 5 पर केस दर्ज हुआ है। बाकियों की तलाश की जा रही है।गृहमंत्री ने यह भी कहा कि पुलिस इस मामले के खुलासे के लिए लगातार काम कर रही है।
वहीं दूसरी तरफ इस घटना के विरोध में हिन्दू संगठनों ने धंधुका बंद का ऐलान किया। धंधुका तहसील क्षेत्र में हुए इस हत्याकांड की प्रतिक्रिया अन्य शहरों में भी देखने को मिल रही है। बोटाद जिले के रणपुर में भी बंद का आह्वान कर प्रदर्शन किया गया । विश्व हिन्दू परिषद् (VHP) के इस आह्वान को स्थानीय लोगों और अन्य हिन्दू संगठनों का पूरा समर्थन भी मिल रहा है। दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। जिलाधिकारी के कार्यालय में इस केस की फास्ट ट्रैक जाँच करने का ज्ञापन भी दिया गया।
अहमदाबाद देहात के पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह यादव ने कहा, “पुलिस की कई टीमें आरोपितों को पकड़ने के लिए कार्य कर रहीं हैं। अब तक 2 आरोपितों को पकड़ा जा चुका है। दोनों से पूछताछ चल रही है। इस मामले में सभी आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही
बढ़ते तनाव के बीच गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने एक ट्वीट में दी। उन्होंने कहा, “मैं उनके परिवार को विश्वास दिलाता हूं कि गुजरात पुलिस लगातार काम कर रही है और उन्हें जल्द न्याय मिलेगा।” लेकिन, इस बयान से ग्रामीण और हिंदू संगठन संतुष्ट नहीं हैं।
बुधवार को पूरे शहर में मचा बवाल
गौरतलब है कि मंगलवार को हुई वारदात के बाद कई हिंदू संगठन सड़कों पर उतर आए और शहर में जमकर बवाल मच गया था। बुधवार को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच किशन का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान भी जगह-जगह तोड़फोड़ व आगजनी की घटनाएं हुईं। गुरुवार को धंधुका बंद का ऐलान किया गया। हालांकि, अब भी तनाव कम नहीं हुआ है। बता दें, अब इस मामले की जांच गुजरात पुलिस का एसओजी (स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप) कर रही है।
हत्या में दो मौलवी शामिल
तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए शहर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। इस मामले में पुलिस ने दो मौलवियों को हिरासत में लिया है।किशन बोलिया की हत्या में अहमदाबाद और मुंबई के दो मौलवियों के शामिल होने की बात सामने आई है। इनमें एक मौलवी अहमदाबाद का ही रहने वाला है। गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने खुलासा किया है कि इसी मौलवी ने हत्यारों को रिवॉल्वर व पैसे दिए थे।पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया है।
सरेराह उतारा मौत के घाट
मंगलवार (25 जनवरी 2022) दो बाइक सवारों ने दो राउंड फायरिंग कर किशन शिवाभाई को मौत के घाट उतार दिया था। घटना के बाद से ही तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है। हिंदु संगठन सड़कों पर उतर आए हैं। आरोप है कि मृतक युवक भरवाड़ समाज का है, जबकि मारने वाले मुस्लिम समुदाय के हैं। बुधवार को निकाली गई किशन की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग उमड़े। किशन की हत्या के विरोध में लोगों ने कई जगहों पर तोडफ़ोड़ भी की और वाहनों व स्टॉलों में आगजनी भी की। उसे देख इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की है।
सोशल मीडिया की एक पोस्ट से नाराज थे कट्टरपंथी
बताया जा रहा है कि किशन ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया था, जिसके बाद से वह कट्टरपंथी इस्लामिस्ट के निशाने पर था। रिपोर्ट के अनुसार, किशन ने जो वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया था वो पैगंबर मुहम्मद से संबंधित था। कथित पोस्ट के खिलाफ कुछ लोगों ने आपत्ति जताई थी, जिसके बाद पुलिस ने किशन के खिलाफ एक्शन लिया था।
मिल रही थीं जान से मारने की धमकियां
गौरतलब है कि पोस्ट के बाद से ही किशन की पोस्ट पर कई लोगों ने आपत्ति जताई थी। पुलिस ने भी किशन के खिलाफ एक्शन लिया था। इसके बाद से किशन ने अपनी प्रोफाइल में सेटिंग को प्राइवेट कर दिया था। साथ ही घर से बाहर निकलना बंद कर दिया था। किशन को जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं।अचानक मंगलवार को ही वो अपनी बाइक से निकला था, लेकिन कुछ ही दूरी पर उसकी हत्या कर दी गई। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि किशन पर गोली चलाने वाले बाइक सवार उसके पीछे चल रहे थे, जैसे ही वो मोढवाड़ा मोड़ के पास पहुंचे तो किशन पर पहली गोली चलाई गई, लेकिन वह बच गया, जिसके बाद उस पर दोबारा हमला किया गया और घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।बताया गया कि आरोपित किशन का पीछा कर रहे थे। पुलिस ने शक जताया था कि शायद विवादित पोस्ट के चलते ही किशन की हत्या हुई हो।