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हमारे दिमाग की स्थिति जानवर और इंसान का अंतर करती है इंसान के अंदर संवेदना होना ही उसे दूसरे जानवरों से अलग बना देता है. कुछ ऐसी ही संवेदना दिखाई अमेरिका के पेंसिलवेनिया में रहने वाली महिला क्रिस्टीना यीथ ने. उन्होंने बेतहाशा ठंड में ठिठुर रहे एक जानवर (mysterious animal ) को अपने घर में पनाह दी, हालांकि उन्हें नहीं पता था कि ये जानवर वाकई किस प्रजाति का है.
क्रिस्टीना यीथ को अपने घर के बाहर किसी जानवर के पैरों के निशान दिखे. उन्हें ये निशान किसी कुत्ते के पैरों की तरह मालूम पड़े. पैरों के निशान देखने के बाद क्रिस्टीना को लगा कि ये कुत्ता पड़ोस में रहने वाले शख्स का पेट है. ऐसे में उन्होंने कुत्ते की मदद के लिए वो सब कुछ किया, जो उस वक्त उनके हाथ में था.
क्रिस्टीना यीथ उस दिन की घटना को बताते हुए कहती हैं कि जब वे अपने घर की खिड़की से झांकने के लिए गईं, तो उन्होंने देखा कि बाहर एक कुत्ते जैसा जानवर बाईं तरफ बैठा ठंड से ठिठुर रहा था. उसे देखकर लग रहा था कि वो काफी डरा हुआ था. मौसम काफी ठंडा था, इसलिए क्रिस्टीना ने जानवर की मदद के लिए हाथ बढ़ाया. उन्हें जानवर के पास जानकर पता चला कि ये वाकई कुत्ता नहीं था और वे इसे पहचान नहीं पा रही थीं. ऐसे में क्रिस्टीना ने जंगली जानवरों के एक्सपर्ट्स की मदद के ज़रिये उसे पहचानने की कोशिश की.
महिला ने जानवर को ठंड से बचाकर अपने घर के बेसमेंट में जगह दी और अधिकारियों को फोन करके इसके बारे में जानकारी दी. कंजर्वेशन कंपनी के लोगों ने उसे वहां से लेकर कंजर्वेशन सेंटर में लाकर रखा, लेकिन वे इस बात को नहीं समझ पाए कि आखिर ये कौन सा जानवर है. अब जेनेटिक टेस्ट के ज़रिये पता लगाया जाएगा कि आखिर जानवर किस प्रजाति का है. हालांकि ये खतरनाक नहीं बल्कि काफी डरा हुआ और शांत है. उसे फिलहाल अकेले में रखा गया है और 2-4 हफ्ते में उसकी प्रजाति का पता लगा लिया जाएगा.