दिल्ली की आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में एक पिता-पुत्र की जोड़ी को अरेस्ट किया है. दरअसल, ये दोनों खुद को पंजाब का प्रभावशाली शख्स बताकर महंगे होटलों में रुकते और मौज मस्ती करते थे. लेकिन जब बिल देने की बारी आती तो दोनों होटलकर्मियों को गच्चा देकर फरार हो जाते.
लेकिन इसी तरह दिल्ली के एयरोसिटी स्थित एक होटल में भी रुक कर पिता-पुत्र की जोड़ी मौज मस्ती कर रही थी लेकिन इस बार मौज मस्ती करना इन्हें भारी पड़ गया. दरअसल, इन दोनों आरोपियों नवदीप सिंह (पुत्र) और कमलजील सिंह (पिता) के खिलाफ एक होटल मैनेजर ने शिकायत दर्ज करवाई थी.
एरोसिटी में स्थित Aloft होटल के मैनेजर ने पुलिस को दी शिकायत में कहा था कि 11 अगस्त 2021 को जालंधर के रहने वाला नवदीप सिंह ने उनके होटल में चेक-इन किया था. फिर उसके बाद उसकी मां कुलदीप कौर और पिता कमलजीत सिंह भी वहां रुकने के लिए आ गए. ये सभी 6 सितंबर तक उस होटल में रुके थे. साथ ही परिवार के तीनों सदस्यों ने Aloft में ठहरने के दौरान होटल की सभी सुविधाओं का लाभ भी उठाया.
होटल में रहने, खाने और अन्य सेवाओं के लिए उनका कुल बिल 3,41,054 रुपये बना था. लेकिन उन्होंने केवल 60000 रुपये बैंक ट्रांसफर के माध्यम से होटल वालों को दिए. फिर 4 सितंबर 2021 को कमलजीत सिंह और कुलदीप कौर ने बिना अपना बकाया चुकाए होटल के कमरे से चेक आउट किया और बाद में 5 सितंबर 2021 को नवदीप सिंह भी दो घंटे में वापस लौटने के बहाने से रुपये की शेष राशि का भुगतान किए बिना फरार हो गया.
महिपालपुर स्थित होटल से दोनों को पकड़ा
इसके बाद पुलिस ने मामले में अपनी जांच शुरू कर दी. जांच के दौरान सभी संबंधित दस्तावेज Aloft होटल से एकत्र किए गए और उन पर नियमित तकनीकी निगरानी भी रखी गई. टीम की मेहनत रंग लाई और 19 जनवरी 2022 को सूचना मिली कि नवदीप सिंह और उनके पिता कमलजीत सिंह परीक्षित होटल महिपालपुर नई दिल्ली में ठहरे हुए हैं. इसलिए महिपालपुर होटल में छापेमारी की गई और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया
आरोपी नवदीप पर पंजाब में चल रहा है एक और केस
जांच के दौरान, यह पता चला कि नवदीप सिंह एक आदतन अपराधी है और पंजाब के बरनाला में भी उसके खिलाफ एक केस दर्ज है. वहां उसके खुद को कनाडा का इमिग्रेशन ऑफिसर बताकर एक परिवार से जबरन वसूली की कोशिश की थी. पुलिस ने बताया कि आरोपी नवदीप ही इस पूरे प्लान का मास्टरमाइंड है. वह खुद को एक व्यवसायी बताकर फाइव स्टार होटलों में रुकता था और होटल की सुविधा का लाभ उठाता था और कुछ समय बाद बिना चार्ज/बिल का भुगतान किए भाग जाता था.