ज़िंदगी बचाने के लिए इंसान क्या-क्या नहीं करता. चाहे आपकी परिस्थिति कुछ भी हो, जब तक सांस बाकी रहती है, इंसान सर्वाइव करने के लिए जंग लड़ता रहता है. टोंगा (Tonga Volcano) के एक दिव्यांग शख्स (Aquaman Survives tsunami in Tonga) ने ऐसा ही कर दिखाया, जब उन्होंने सर्वाइव (Man Survives 28 hours swim) करने के लिए समंदर में 28 घंटे तक तैराकी की.
टोंगा में ज्वालामुखी विस्फोट (Tonga Volcano Eruption) के बाद आई सुनामी ने भयानक तबाही मचाई. इसमें लगभग 1 लाख की आबादी वाला यह देश दो दिनों तक पूरी दुनिया से कट गया था. इस दौरान तेज लहरों में बह गए एक दिव्यांग शख्स ने 28 घंटे तक तैरकर खुद की जान बचाई है. ठीक से चलने में असमर्थ इस शख्स ने दावा किया कि उसने 7.5 किलोमीटर तैरकर वापसी की है.
दिव्यांग होकर भी नहीं छोड़ा हौसला
टोंगन मीडिया एजेंसी ब्रॉडकॉम ब्रॉडकास्टिंग को दिए एक रेडियो इंटरव्यू के मुताबिक लिसाला फोलाऊ (Lisala Folau) ने बताया कि 60 लोगों की आबादी अटाटा आइलैंड (Atata Island) में शाम को ज्वालामुखी फटने के बाद सुनामी की तेज़ लहरें आईं. इस बारे में फोलाऊ को उसके भाई ने जानकारी भी दी, लेकिन जब तक वो अपनी सुरक्षा करता, सुनामी की लहरें उसके घर में घुस गईं. जब उसे कोई उपाय नहीं सूझा, तो फोलाऊ पेड़ पर चढ़ गए. पेड़ पर लटके हुए फोलाऊ को थोड़ी देर में ही महसूस हुआ कि वो नीचे गिर रहे हैं. ठीक से चलने में असमर्थ फोलाऊ को एक बड़ी सुनामी की लहर बहा ले गई. समंदर में बहने के बाद भी फोलाऊ ने अपनी उम्मीद को नहीं छोड़ा और तैरने लगा. धीरे-धीरे वो तैरते हुए 7.5 किलोमीटर तैरकर मेन आइलैंड तोंगटापू तक का सफर तय कर लिया.
परिवार और भगवान ने दी ताकत
लगभग 28 घंटे तक लगातार तैरने वाले लिसाला फोलाऊ की जांबाज़ी की कहानी देखते ही देखते इंटरनेट पर वायरल हो गई. सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म्स पर इस वक्त उन्हें एक्वामैन कहकर संबोधित किया जा रहा है. इस घटना में आंख बंद करके फोलाऊ सिर्फ अपने परिवार और भगवान के बारे में सोचते रहे थे. तैरने के दौरान उनके बेटे और भतीजे उन्हें लगातार पुकार रहे थे, लेकिन वे अनसुना करके सिर्फ तैरते रहे. लिसाला की इस कहानी के बारे में उनकी बेटी ने एक पोस्ट लिखी थी, जो अब इंटरनेट पर खूब वायरल हो चुकी है.