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उत्तराखंड भाजपा के राज्य संसदीय बोर्ड की शनिवार को बैठक होगी। इसमें उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा। सूची को अंतिम मंजूरी के लिए पार्टी केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेजा जाएगा। भाजपा के सूत्रों का कहना है कि कम से कम 10 से 12 मौजूदा विधायकों का टिकट कट सकता है। इन विधायकों का अपने विधानसभा क्षेत्रों में प्रदर्शन पार्टी के आंतरिक सर्वेक्षण और आकलन में कमजोर पाया गया है।
एक वरिष्ठ भाजपा नेता के मुताबिक पार्टी के आंतरिक सर्वेक्षण से पता चला है कि लगभग 10 से 12 विधायक चुनाव हार सकते हैं। इसी को देखते हुए पार्टी उन्हें इस बार टिकट नहीं देगी। उन्होंने कहा कि सभी मंत्रियों को चुनाव में दोहराया जाएगा। पार्टी शनिवार को होने वाली राज्य संसदीय बोर्ड की बैठक में इन मुद्दों पर आगे विचार करेगी। पार्टी ऐसे उम्मीदवारों के साथ कोई जोखिम नहीं लेना चाहती और अन्य उम्मीदवारों को मौका देना चाहती है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि उम्मीदवारों के चयन के लिए पार्टी की एक निर्धारित प्रक्रिया है। विधानसभा क्षेत्रों से रिपोर्ट, प्रतिक्रिया और सुझाव मांगे जाते हैं और फिर वरिष्ठ नेता विभिन्न उम्मीदवारों की जीत की संभावनाओं पर चर्चा करते हैं। शनिवार को राज्य संसदीय बोर्ड की बैठक होगी और संभावित उम्मीदवारों की सूची समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी। सूची पर अंतिम फैसला पार्टी की केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक में लिया जाएगा। कौशिक ने कहा कि प्रत्याशियों की फाइनल सूची 22 जनवरी से पहले जारी हो जाएगी। फिलहाल 70 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 53 विधायक हैं।
राजनीतिक विश्लेषक के मुताबिक अगर बीजेपी एक दर्जन से अधिक विधायकों को टिकट देने से इनकार करती है तो यह आश्चर्य की बात नहीं होगी। जब भाजपा मुख्यमंत्रियों को बदलने से नहीं कतराती तो विधायकों का टिकट काटना बड़ी बात नहीं होगी। लेकिन भाजपा को ऐसे विधायकों के विद्रोह से निपटना होगा क्योंकि वे टिकट से वंचित होने के बाद पार्टी के हितों के खिलाफ काम कर सकते हैं। इससे निपटने के लिए वे पहले ही रणनीति बना चुके होंगे। साथ ही, जैसा कि वे नामांकन की तारीख के करीब सूची की घोषणा करेंगे, बागी नेताओं को ज्यादा मौका नहीं मिलेगा।
उत्तराखंड में 14 फरवरी को मतदान होना है। मतगणना 10 मार्च को होगी। यहां 21 जनवरी को अधिसूचना के साथ ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। 28 जनवरी नामांकन की अंतिम तिथि है। 70 विधानसभा क्षेत्रों के 11,647 मतदान केंद्रों पर 82.38 लाख से अधिक मतदाता वोटिंग करेंगे।